Prayajraj : 40 लाख की कार-2 फ्लैट, महंत नरेंद्र गिरी के मामूली गनर के पास निकली असीमित दौलत

यूपी पुलिस में 10 जुलाई 2005 में बतौर कांस्टेबल के पद पर नियुक्त हुए अजय कुमार सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं
पब्लिक न्यूज़ डेस्क। यूपी पुलिस में 10 जुलाई 2005 में बतौर कांस्टेबल के पद पर नियुक्त हुए अजय कुमार सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अजय कुमार लंबे समय तक अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी के गनर रह चुका है। चर्चा यह भी है कि महज 18 साल की नौकरी में अजय करोड़ों का मालिक बन गया। 40 लाख रुपए से अधिक की कीमत की कार पर चलता है. उसके बड़े महंगे शौक है। ठाट-बाट से चलने वाले दीवान अजय कुमार पर सोमवार को भ्रष्टाचार निवारण संगठन के इंस्पेक्टर की ओर से कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
अजय कुमार के पास आय से अधिक संपत्ति होने के मामले में हुई प्रारंभिक जांच में उसे दोषी पाया गया है। अजय कुमार सन् 2012 से प्रयागराज में तैनात रहा है। उसकी बेहतर पर्सनालिटी और बातचीत से प्रभावित होकर महंत नरेंद्र गिरि ने अपना गनर बनवाया था। नरेंद्र गिरी के साथ रहते-रहते अजय कुमार का हाव-भाव और ठाट बाट तक बदल गया। देखते-देखते अजय कुमार ने प्रयागराज से लेकर बलिया तक करोड़ों की संपत्ति बना लिया। यही नहीं कुछ ही महीनों में 26 लाख रुपए से अधिक का पैसा भी खर्च किया। इन सभी का जब विवरण जांच के दौरान मांगा गया तो और असंतोषजनक जवाब मिला।
पत्नी के नाम पर भी ले रखा था दो फ्लैट
मूल रूप से बलिया का रहने वाला 37 साल का कांस्टेबल अजय कुमार करोड़ों का मालिक है। महंत नरेंद्र गिरि के समय में अजय ने बेशुमार दौलत कमाई। यही नहीं वह नरेंद्र गिरी का खास भी माना जाता था। यही कारण था कि कई अवसर आए गए, लेकिन अजय कुमार सिंह नरेंद्र गिरी की सुरक्षा में बरकरार रहा। महंगी गाड़ियों से चलना और गले में मोटी चेन व ब्रांडेड कपड़े पहनने शौक रखता था। अजय की पूर्व में कई लग्जरी लाइफ स्टाइल की तस्वीरें भी वायरल हुई थीं।
अजय के महंगे शौक और ठाट बाट को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर की ओर से भी शिकायत की गई थी। जिस लग्जरी फॉर्च्यूनर गाड़ी से अजय चलता था, उसका नंबर तक शासन-प्रशासन को उपलब्ध कराया गया था। यही नहीं अजय के द्वारा खरीदी गई संपत्ति और फ्लैट के दस्तावेज तक उपलब्ध कराए गए थे। फॉर्च्यूनर कार के अलावा अजय के पास ऑल्टो कार और एक बुलेट बाइक भी है। इन सब का जिक्र शिकायतकर्ता ने अपने शिकायत पत्र में किया था।
गनर के दोनों फ्लैट की कीमत 50 लाख रुपए
अजय ने 10 अप्रैल 2014 और 5 अक्टूबर 2019 को दो फ्लैट खरीदा था। यह दोनों फ्लैट अपनी पत्नी के नाम पर ले रखा है। यह सभी बात जांच में निकल कर सामने आई है। दोनों फ्लैट की कीमत 50 लाख से अधिक की बताई जा रही है। अजय का नाम महंत नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य आनंद गिरि के विवाद के समय उछल कर सामने आया था। यही नहीं अजय आनंद गिरी और महंत नरेंद्र गिरि के कई राज जानता है। इसीलिए आनंद गिरी ने भी आय से अधिक संपत्ति का आरोप लगाया था।
20 सितंबर 2021 को हुई थी महंत नरेंद्र गिरि की मौत
श्रीमठ बाघबारी गद्दी के पूर्व महंत नरेंद्र गिरि की मौत 20 सितंबर 2021 को हुई थी. उनकी बॉडी मठ के अंदर बने कमरे के अंदर पंखे से लटकती पाई गई थी. पुलिस के पहुंचने से पहले ही शिष्यों द्वारा उनकी बॉडी को नीचे उतारा लिया गया था। कमरे के अंदर पंखा चलता हुआ मिला था, जिस पंखे पर महंत नरेंद्र गिरि के लटक कर जान देने की बात कही जा रही थी। पंखा चलने को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं भी हो रही थीं।
उस दौरान एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें पूर्व के आईजी अधिकारी कविंद्र प्रताप सिंह महंत नरेंद्र गिरि के शिष्यों से पूछताछ करते नजर आ रहे थे। वहीं पंखा लगातार चल रहा था। महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद कांस्टेबल अजय कुमार सिंह का प्रयागराज से कौशांबी ट्रांसफर कर दिया गया था।