Uttarakhand : उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच भूस्खलन, रास्ते बंद, फंसे सैकड़ों तीर्थयात्री
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है
पब्लिक न्यूज़ डेस्क। उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। राज्य के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिसके कारण कई प्रमुख मार्गों पर यातायात प्रभावित हो रहा है। ऐसे में यात्राओं पर आने वाले लोगों को भी परेशानी हो रही है।
एनएच-94 पर गिरा मलबा
ताजा जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी जिले में लगातार बारिश के कारण नेशनल हाईवे 94 पर भूस्खलन का मलबा आ गिरा। बताया गया है कि मलबे के साथ आए बड़े-बड़े पत्थरों से हाईवे क्षतिग्रस्त हो गया है। हाईवे में बड़ी-बड़ी दरारें आ गईं हैं। हालांकि जिला आपदा प्रबंधन देवेंद्र पटवाल ने कहा है कि गंगोत्री यात्रा जारी है।
चमोली में रोके तीर्थ यात्री
भूस्खलन की घटनाओं को देखते हुए चमोली जिले में बदरीनाथ से हरिद्वार जाने वाले यात्रियों को पुलिस ने मार्ग खुलने तक सुरक्षा कारणों से बिरही चेकपोस्ट पर रोक दिया है। पुलिस का कहना है कि छिनका के पास भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ हाईवे बंद हो गया है। इसके अलावा कर्णप्रयाग, लंगासू, नंदप्रयाग होते हुए बद्रीनाथ जाने वाले यात्रियों को चमोली में रोका गया है।
जल्द से जल्द रास्ता खोलने की कोशिश
चमोली के सदर तहसीलदार धीरज राणा ने बताया कि बिरही और छिनका मार्ग सुबह करीब 9 बजे बंद कर दिया गया था। काम जारी होने के कारण मार्ग अभी तक बंद है। अधिकारी ने बताया कि हम कोशिश कर रहे हैं कि मशीनों से काम को जल्द से जल्द निपटाया जाए।
फंसे लोगों को प्रशासन ने पानी-नाश्ते दिया
सदर तहसीलदार ने बताया कि पुलिस मौके पर मौजूद है। जो लोग रास्ते में फंसे हुए हैं, उनके लिए प्रशासन की ओर से पानी, बिस्किट और कुछ नाश्ते की व्यवस्था की है। शाम को करीब साढ़े पांच बजे से छह बजे के बीच यातायात खुलने की उम्मीद है।