जोशीमठ में आफत लेकर आई बारिश, रिलीफ कैंपस पहुंचे सीएम धामी तो रो पड़े लोग

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जोशीमठ में आफत लेकर आई बारिश, रिलीफ कैंपस पहुंचे सीएम धामी तो रो पड़े लोग

जोशीमठ में आफत लेकर आई बारिश, रिलीफ कैंपस पहुंचे सीएम धामी तो रो पड़े लोग

जोशीमठ में हालात और खराब हो गए हैं। सरकार की तरफ से अभी तक ऐसे इंतजाम नहीं किए गए हैं


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। जोशीमठ में हालात और खराब हो गए हैं। सरकार की तरफ से अभी तक ऐसे इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिससे लोगों की दिक्कतें कम हो। ऐसे में बारिश एक नई तरह की टेंशन लेकर आई है। मौसम ने सबकी चिंता को और बढ़ा दिया है। जो दरारें घरों में बनी हैं वह और बढ़ सकती है। पूरे इलाकों को रेड जोन घोषित कर दिया गया है। माकानों को चिन्हित कर उन्हें खाली कराए जा रहे हैं। इस बीच सीएम धामी जब राहत कैंप पहुंचे तो उन्हें गुस्सा का सामना करना पड़ा।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार सुबह जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में पूजा अर्चना की। सीएम धामी बुधवार रात से ही जोशीमठ में हैं। उन्होंने बीती रात अलग-अलग राहत कैंपों में जाकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने रिलीफ कैंपस में पहुंचकर लोगों की समस्याएं जानी और उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन किया।रिलीफ कैंप में खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी को अपने बीच देख कई महिलाएं रोने लगीं। लोगों ने मुख्यमंत्री से तुरंत सहायता की अपील की।

‘नुकसान का पूरा आकलन कर रहे हैं’

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम नुकसान का आकलन कर यहां बेहतर व्यवस्था करने का प्रयास करेंगे। अब हम यहां के लोगों को अस्थाई राहत के लिए 1.5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देंगे। यहां की स्थिति के बारे में झूठी अफवाह न फैलाएं। केंद्र और राज्य सरकारें जोशीमठ के लोगों के साथ खड़ी रहेंगी। उन्होंने ने कहा कि लंबे समय में जोशीमठ में हुए नुकसान का पूरा आकलन करने के बाद हम अपने प्रावधानों के आधार पर लोगों को मुआवजा देने की कोशिश करेंगे।

उत्तराखंड को लेकर गलत धारणा नहीं बनानी चाहिए

पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ये धारणा गलत है कि पूरा उत्तराखंड खतरे में है। हमें ऐसी धारणा बनाने से बचनी चाहिए  फरवरी में औली में इंटरनेशनल विंटर गेम होने हैं। कुछ महीनों में चार धाम यात्रा भी शुरू होगी। ऐसे में इस तरह की गलत धारणा नहीं बनानी चाहिए। धामी ने साफ कर दिया कि अभी सिर्फ दो होटलों को ध्वस्त किया जा रहा है न कि असुरक्षित घरों को। उन्होंने बताया कि जो पानी का रिसाव हो रहा था, उसकी मात्रा में भी कमी आई है।