Sawan 2023: सावन के छठे सोमवार पर केसरिया हुई काशी, गंगा घाट पर ‘बम-बम’ भोले के नारे

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Sawan 2023: सावन के छठे सोमवार पर केसरिया हुई काशी, गंगा घाट पर ‘बम-बम’ भोले के नारे

Sawan 2023: सावन के छठे सोमवार पर केसरिया हुई काशी, गंगा घाट पर ‘बम-बम’ भोले के नारे 

सावन के छठवें और पुरुषोत्तम मास के अंतिम सोमवार पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख स्थान


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। सावन के छठवें और पुरुषोत्तम मास के अंतिम सोमवार पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख स्थान रखने वाले बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी शिव भक्तों से बम-बम है। हर-हर महादेव और बोल बम के गगनभेदी नारों के साथ नंगे पैर सड़कों पर कांवरियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र कांवरियों के कारण केसरिया रंग में रंगा नजर आ रहा है। गंगा द्वार से प्रवेश बंद है।

गंगा घाट से लेकर काशी विश्वनाथ धाम और गोदौलिया-मैदागिन के पार तक का इलाका कांवड़ियों के भाव से केसरिया नजर आ रहा है। कड़ी धूप में भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हो रहा। मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया है। काशी विश्वनाथ धाम में मंगला आरती से शुरू हुआ दर्शन पूजन व जलाभिषेक का सिलसिला अनवरत जारी है।

काशी के दूसरे शिवालयों में भी भीड़ जैसा नजारा

भोग आरती के दौरान जलाभिषेक रुकने से कतार और लंबी हो गई। दोपहर तक साढ़े चार लाख से अधिक शिवभक्तों ने विश्वनाथ दरबार में मत्था टेका। बाबा का जलाभिषेक गर्भगृह के बाहर लगे अरघे से ही किया जा रहा है। आस्था की डोर पर सवार भक्तों के आगमन से बाबा दरबार हर-हर बम-बम के नारों से गूंज रहा है। काशी के दूसरे शिवालयों में भी भीड़ जैसा नजारा है। गौरी केदारेश्वर, तिलभांडेश्वर महादेव, बैद्यनाथ महादेव, घृष्णेश्वर महादेव, काशी विश्वनाथ बीएचयू, लोलार्क महादेव ,सीधेश्वर महादेव, वनखंडी महादेव में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है ।

सावन के छठे सोमवार पर सुरक्षा को लेकर विशेष चौकसी बरती गई। गंगा के घाटों से लेकर बाबा के दरबार तक चाक चौबंद व्यवस्था है। शिव भक्तों की सेवा के लिए विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों ने सेवा शिविर लगाए। मैदागिन स्थित विद्युत उपकेंद्र के पास इंडियन यूथ फाउंडेशन, लक्सा स्थित मारवाड़ी संघ के सामनेमारवाड़ी युवक संघ, गोदौलिया पर नागरिक सुरक्षा की ओर सेसेवा शिविर लगाए गए।कहीं आपस में बिछड़ गए दर्शनार्थियों को मिलवानेकी कवायद की जा रही थी तो कहीं प्राथमिक चिकित्सा के इंतजाम किए गए थे। रथायात्रा स्थित कांवरिया शिविर में कांवरियों की चंपी भी कराई गई।

आज बाबा का होगा विशेष श्रृंगार

सावन के छठवें और पुरुषोत्तम मास के अंतिम सोमवार को शिवभक्त पुत्र प्रथमेश के साथ भगवान शंकर और मां पार्वती का श्रृंगार होगा। श्रद्धालुओं को महादेव के इस स्वरूप के दर्शन सप्तऋषि आरती के बाद मिलेंगे। अब तक भक्त बाबा के पांच अलग-अलग स्वरूपों का दर्शन कर चुके हैं। भक्तों ने अब तक हर सोमवार को बाबा विश्वनाथ की चल प्रतिमा, गौरी शंकर स्वरूप, अमृत वर्षा स्वरूप, भागीरथी स्वरूप, तपस्यारत पार्वती स्वरूप के श्रृंगार के दर्शन किए हैं। सातवें सोमवार को देवाधिदेव के अर्धनारीश्वर स्वरूप का शृंगार होगा और अंतिम व आठवें सोमवार को महादेव का रुद्राक्ष श्रृंगार होगा।

भक्तों ने अब तक हर सोमवार को बाबा विश्वनाथ की चल प्रतिमा, गौरी शंकर स्वरूप, अमृत वर्षा स्वरूप, भागीरथी स्वरूप, तपस्यारत पार्वती स्वरूप के श्रृंगार के दर्शन किए हैं। सातवें सोमवार को देवाधिदेव के अर्धनारीश्वर स्वरूप का शृंगार होगा और अंतिम व आठवें सोमवार को महादेव का रुद्राक्ष श्रृंगार होगा।