महिला ने बेरहमी से अनाथ बच्ची को पीटकर किया अधमरा, प्राइवेट पार्ट में भी दी चोट

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महिला ने बेरहमी से अनाथ बच्ची को पीटकर किया अधमरा, प्राइवेट पार्ट में भी दी चोट

महिला ने बेरहमी से अनाथ बच्ची को पीटकर किया अधमरा, प्राइवेट पार्ट में भी दी चोट

सात साल की बच्ची की बर्बरतापूर्वक पीटने का मामला सामने आया है।


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। सात साल की बच्ची की बर्बरतापूर्वक पीटने का मामला सामने आया है। बच्ची की दशा देखकर अस्पताल के स्टाफ की भी रूह कांप गई। दिल्ली के एक अनाथालय से गोद ली गई बच्ची को महिला बुरी तरह से टॉर्चर करती थी। बेरहमी की इंतेहा तब हो गई जब बुरी तरह से पिटाई करने के बाद महिला ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाल दिया, जिससे बच्ची लहूलुहान हो गई। उसे उठाकर कई बार जमीन पर पटक दिया। जिससे बच्ची का हाथ टूट गया है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

बच्ची की हालत देख अस्पताल प्रशासन में अफरातफरी मची रही। सूचना पाकर आर्मी अस्पताल के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और बच्ची का हालचाल लिया। आर्मी अस्पताल ने बच्ची को रेफर करने की तैयारी चल रही है। आर्मी अस्पताल ने बच्ची के इलाज में आने वाले पूरे खर्च को वहन करने का जिम्मा लिया है। फिलहाल प्रताड़ित करने वाली महिला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बच्ची का स्वास्थ्य का परीक्षण किया जा रहा है।  कैंटोनमेंट महिला के खिलाफ थाने में तहरीर देगा। बच्ची उसे मामी कहती थी।
 
धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतम नगर की रहने वाली अंजना सिन्हा पत्नी अरुण कुमार सिन्ह ने दिल्ली के अनाथालय से बच्ची को गोद लिया था। बच्ची के जन्म लेते ही उसकी मां की मौत हो चुकी थी। इसके पिता उसे लावारिस हाल में छोड़कर चले गए थे। इसके बाद बच्ची को अनाथालय में दाखिल कराया गया था। आर्मी स्कूल में पढ़ाने वाले अरुण सिन्हा की पत्नी अंजना सिन्हा ने बच्ची को गोद लिया था। शनिवार को अंजना बच्ची को अस्पताल लेकर पहुंची और बताया कि बच्ची बीमार है और गिरने के कारण उसके हाथ में चोट लग गया है। अस्पताल स्टाफ ने जांच शुरू किया बच्ची के हाथ में फ्रैक्चर मिला।

उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तो चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों के होश उड़ गए। बच्ची के सीने पर और पीठ पर चोट के निशान थे और प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोट के निशान थे। स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान ही महिला (अंजना) अस्पताल से भागने का प्रयास करने लगी, जिस पर स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और घटना की सूचना कैंट थाने की पुलिस को दी।

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी महिला को  हिरासत में ले लिया। बच्ची से और पूछताछ की जा रही है। बच्ची की हालत देखते हुए उसे मेदांता या दूसरे बड़े अस्पताल रेफर करने की तैयारी की जा रही है। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे आर्मी अस्पताल के सीईओ ने बताया कि बच्ची के इलाज में आने वाले पूरे खर्च को आर्मी अस्पताल वहन करेगा और महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएगा।