ADG ने बताया प्रयागराज मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम, लखनऊ में वकीलों ने की ये मांग

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ADG ने बताया प्रयागराज मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम, लखनऊ में वकीलों ने की ये मांग

ADG ने बताया प्रयागराज मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुक्रवार को हुए उमेश पाल हत्याकांड


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुक्रवार को हुए उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने सोमवार दोपहर को एक आरोपी अरबाज को मुठभेड़ में मार गिराया है।

इस घटना के बाद प्रयागराज समेत पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई है। वहीं प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मामले की जानकारी देने के लिए प्रेसवार्ता की।

हत्या में इस्तेमाल कार को चला रहा था, गोलियां भी चलाईं

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रयागराज के धूमनगंज में नेहरू पार्क के पास आज हुई मुठभेड़ के दौरान आरोपी अरबाज को गोली लगी। एडीजी ने बताया कि घटना के दिन वह हत्या में इस्तेमाल कार को चला रहा था। उसने भी फायरिंग की थी।

बदमाशों के खिलाफ चलाया गया है अभियानः एडीजी

एडीजी ने बताया कि मुठभेड़ के बाद उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश प्रशासन और पुलिस ने ऐसे सभी बदमाशों, गैंगस्टरों और माफियाओं के खिलाफ अभियान शुरू किया है। इसके साथ ही ऐसे लोगों की सुरक्षा करने वालों पर भी कार्रवाई होगी।

लखनऊ में वकीलों का प्रदर्शन, सुरक्षा की मांग

एएनआई के मुताबिक बसपा विधायक राजू पाल और अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के खिलाफ लखनऊ में जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लखनऊ बार एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप नारायण मिश्रा ने एएनआई को बताया कि हम वकीलों के प्रति अभद्र व्यवहार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। हम राज्य और केंद्र सरकार से वकील संरक्षण अधिनियम की मांग कर रहे हैं।

क्या है उमेश पाल हत्याकांड

बता दें कि आज करीब 18 साल पहले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में अतीक अहमद और उनके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमे में राजू पाल की पत्नी और वर्तमान में सपा की विधायक पूजा पाल वादी हैं। तीन दिन पहले राजू हत्याकांड के गवाह उमेश पाल को कोर्ट में सुनवाई से लौटते समय गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया गया था।