Muzaffarnagar : अंतिम संस्कार से शादी जरूरी! पोते ने दादी के शव को मोर्चरी में रखवाया, कही यह बात

जिस पोते को दादी ने अपनी गोद में खिलाया, लाड़-प्यार दिया
पब्लिक न्यूज़ डेस्क। जिस पोते को दादी ने अपनी गोद में खिलाया, लाड़-प्यार दिया, उनकी जब मौत हुई तो वह बजाए अंतिम संस्कार करने के, उनके शव को दो दिन के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। पोते ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि घर में शादी थी। इसके लिए उसने अस्पताल को एक लेटर भी लिखा, जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पूरा मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का है।
बताया जा रहा है कि बुजुर्ग महिला का ब्रेम हैमरेज हो गया था, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। मृतक महिला का नाम कमला देवी था। उसकी उम्र 75 साल थी। महिला सिसोली की रहने वाली थी। वहीं, महिला के पोते का नाम गौरव गुप्ता है, जिसने उनका शव अस्पताल के मोर्चरी में रखवाया था।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा आवेदन पत्र
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आवेदन पत्र में लिखा है कि मेरा नाम गौरव है। मेरे पिताजी का नाम नरेंद्र है. मेरी दादी का देहांत हो गया है। इसलिए उनके शव को अस्पताल के मोर्चरी में रख रहा हूं। ऐसा इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि घर में शादी है। उनके शव को 12 जून को अस्पताल से लेकर जाऊंगा।
किसी ने कहा ठीक तो किसी ने युवक की आलोचना की
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस आवेदन पर यूजर्स ने अपने रिएक्शन भी दिए हैं. कई लोगों का मानना है कि मृतका के पोते ने कुछ गलत नहीं किया। शादी की मुहूर्त को टालना ठीक बात नहीं है। शायद इसी वजह से उसने अस्पताल में डेड बॉडी रखी थी। हालांकि, कुछ लोग युवक के इस कदम की आलोचना कर रहे हैं।
बेटे ने महिला का किया अंतिम संस्कार
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसे ही वृद्धा के बेटे शशि भूषण को पता चला। वह तत्काल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल से मां के शव को बाहर निकलवाया और विधि-विधान से उनका दाह संस्कार किया। महिला के बेटे शशि भूषण के अनुसार, घर में 11 जून को शादी समारोह का आयोजन था। 10 जून को मां की सुबह में मौत हुई थी।