‘मुख्तार के शूटर उमेश पाल की तरह कर सकते हैं मेरी हत्या’, SP से सुरक्षा मांगने पहुंचे महंत पप्‍पू गिरि

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‘मुख्तार के शूटर उमेश पाल की तरह कर सकते हैं मेरी हत्या’, SP से सुरक्षा मांगने पहुंचे महंत पप्‍पू गिरि

SP से सुरक्षा मांगने पहुंचे महंत पप्‍पू गिरि 

उत्तर प्रदेश में इस समय बदमाशों और माफियाओं पर पुलिसिया एक्शन ताबड़तोड़ जारी है।


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। उत्तर प्रदेश में इस समय बदमाशों और माफियाओं पर पुलिसिया एक्शन ताबड़तोड़ जारी है। पुलिस के एक्शन के बावजूद बदमाश और माफियाओं का खौफ लोगों को सता रहा है। ऐसा ही एक मामला गाजीपुर में भी देखने को मिला है। जहां महंत पप्‍पू गिरि को 2009 के मारपीट और रंगदारी मांगने के मामले में गवाह न देने की धमकी मिली है। महंत पप्‍पू गिरि का आरोप है कि मुख्‍तार अंसारी के शूटर अंगद राय ने उन्‍हें यह धमकी दी है। बता दें कि माफिया अंगद राय जमानत पर रिहा हुआ है। महंत पप्‍पू गिरि ने सूबे के मुखिया योगी आदित्‍यनाथ पर भरोसा जताया है। उन्‍होंने कहा कि वह माफिया के खिलाफ गवाही देंगे।

गवाह न देने की मिली है धमकी 

महंत पप्‍पू गिरि शुक्रवार को एसपी गाज़ीपुर ओमवीर सिंह के पास पहुंचे और उनसे अपनी जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई। एसपी से उन्होंने कहा कि अंगद राय, मुख्तार का शूटर है व और वह जेल से बाहर है। उन्हें सुरक्षा दी जाए। वरना प्रयागराज में जैसे गवाह उमेश पाल की हत्या दिन दहाड़े हो गयी, कहीं उनके साथ भी ऐसा कुछ ना हो जाए। वहीं एसपी ओमवीर सिंह ने महंत पप्पू गिरी की पूरी बात गंभीरता से सुनी है और सुरक्षा का भरोसा दिया है। बता दें कि महंत पप्‍पू गिरि को 2009 के मारपीट और रंगदारी मांगने के मामले में गवाह न देने की धमकी मिली है।

क्या था मामला?

मामला सदर कोतवाली के डिलिया गांव का है, जहां महंत प्रमोद गिरी 2009 में प्रधान प्रतिनिधि रहे हैं। उनकी पत्नी प्रधान थी। उस दौरान मुख्तार अंसारी के शूटरों में शुमार अंगद राय के द्वारा महंत पप्पू गिरी से रंगदारी मांगा जा रहा था। रंगदारी न देने पर प्रमोद गिरी के साथ मारपीट की गई थी। जिसमें प्रमोद गिरी ने 2009 में गाज़ीपुर सदर कोतवाली में मामला दर्ज कराया था। 2009 के मुकदमे में अब जाकर 14 मार्च 2023 को न्यायालय में महंत प्रमोद गिरी की गवाही के लिए समन भेजा गया है।

महंत ने अपनी जानमाल की सुरक्षा के लिए सोशल मीडिया पर अपनी सुरक्षा को लेकर बातें सम्बंधित पुलिस और शासन प्रशासन को टैग कर दिया, जब इस बात की जानकारी मीडिया को हुई तो महंत पप्पू गिरी से बातचीत की गई। जिसमें उन्होंने इस बात की पुष्टि की और आज एसपी गाज़ीपुर से मिले भी। वही महंत पप्पू गिरी ने उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भरोसा जताया है और कहा कि मुख्यमंत्री माफियाओं को मिट्टी में मिलाने में लगे हैं। निश्चित तौर से मुझे उन पर भरोसा है और हम गवाही जरूर देंगे।

पुलिस ने जताया सुरक्षा का भरोसा

वहीं इस मामले में गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने भी मामले का गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि महंत प्रमोद उर्फ पप्पू गिरी मेरे पास आए थे, उनकी 14 मार्च को गवाही होनी है और उनकी सुरक्षा के लिए कोतवाल और क्षेत्राधिकारी सदर को निर्देशित कर दिया गया है। साथ ही उनसे कहा गया है कि माननीय न्यायालय में 14 तारीख को उनकी गवाही कराई जाएगी। फिलहाल मुख्तार अंसारी के करीबियों पर पुलिस गंभीरता से निगाह बनाए हुए है और कार्रवाई भी कर रही है। जिस व्यक्ति की शिकायत आई है, उसके तलाश में पुलिस की टीम लगाई गई है। फिलहाल महंत प्रमोद उर्फ पप्पू गिरी की सुरक्षा व्यवस्था की कार्रवाई की जा रही है।