Ghosi Bypoll: घोसी उपचुनाव के बाद राजभर के लगे पोस्टर, लिखा - ओम प्रकाश राजभर दगे हुए कारतूस है

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Ghosi Bypoll: घोसी उपचुनाव के बाद राजभर के लगे पोस्टर, लिखा - ओम प्रकाश राजभर दगे हुए कारतूस है

ओम प्रकाश राजभर दगे हुए कारतूस है

मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा के उम्मीदवार सुधाकर सिंह


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा के उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने भारी-भरकम जीत दर्ज करते हुए भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को हरा दिया। चुनाव परिणाम आने के बाद सपा कार्यकर्ता उत्साहित हैं और ऐसा लग रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उन्हें जरूरी आत्मविश्वास मिल गया है। अब वह खुलकर विपक्ष पर हमलावर हो रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे विपक्षी गठबंधन इंडिया की जीत करार दिया था। कहा था कि यही आने वाले लोकसभा चुनाव का भी परिणाम होगा।

इसके साथ ही सपा नेतृत्व पर लगातार हमलावर रहने वाले सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी सपा कार्यकर्ताओं के निशाने पर आ गए हैं। राजभर ने यूपी विधानसभा चुनाव सपा के साथ मिलकर लड़ा था हालांकि, भाजपा से उनकी नजदीकियां बढ़ने और उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधना शुरू कर दिया था। वह घोसी उपचुनाव में भाजपा की बड़ी जीत का दावा कर रहे थे। राजभर को लेकर लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर एक होर्डिंग लगाई गई है। जिसमें उन्हें दगा हुआ कारतूस बताया गया है। ऐसा लिखकर सभी राजनीतिक दलों के लिए चेतावनी भी दी गई है। सभी दल सावधान... ओम प्रकाश राजभर दगे हुए कारतूस हैं। बताया जा रहा है कि होर्डिंग सपा कार्यकर्ता आशुतोष सिंह द्वारा लगाई गई है।

चुनाव परिणाम आने के बाद राजभर के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। राजभर एक बड़बोले नेता के रूप में जाने जाते हैं। यूपी विधानसभा चुनाव में वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तो कई आपित्तजनक बयान तक दे चुके हैं। उपचुनाव के पहले कयास लगाए जा रहे थे कि अगर इस सीट पर दारा सिंह चौहान की जीत होती है तो योगी सरकार में उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है। राजभर के भी मंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे।

उपचुनाव परिणाम आने के बाद राजभर काफी निराश नजर आए और कहा कि चुनाव प्रबंधन में कहां कमी रही गई इसकी समीक्षा करेंगे। इस चुनाव परिणाम का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि जनादेश एनडीए के खिलाफ है। यह तो स्थानीय कुछ कारणों की वजह से इस तरह का परिणाम आया। देखने वाली बात यह भी है कि अब विपक्ष और सपा न तो ईवीएम को दोष दे रहे हैं और न ही प्रशासन को बेईमान बता रहे हैं। यदि परिणाम इनके खिलाफ आता तो इन दोनों पर ठीकरा फोड़ने लगते।