लखनऊ में 9वीं के छात्र की क्लास में अचानक मौत, यूपी के टॉप 3 मेडिकल एक्सपर्ट से जानें क्यों हार्ट अटैक से हो रही बच्चों की मौत

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लखनऊ में 9वीं के छात्र की क्लास में अचानक मौत, यूपी के टॉप 3 मेडिकल एक्सपर्ट से जानें क्यों हार्ट अटैक से हो रही बच्चों की मौत

लखनऊ में 9वीं के छात्र की क्लास में अचानक मौत, यूपी के टॉप 3 मेडिकल एक्सपर्ट से जानें क्यों हार्ट अटैक से हो रही बच्चों की मौत

लखनऊ के सिटी मोन्टेसरी स्कूल में 9वीं के छात्र आतिफ की अचानक तबीयत बिगड़ गई


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। लखनऊ के सिटी मोन्टेसरी स्कूल में 9वीं के छात्र आतिफ की अचानक तबीयत बिगड़ गई। कुर्सी पर बैठे-बैठे वह बेसुध हो गया। KGMU के लारी कार्डियोलॉजी ले जाने पर डॉक्टरों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम में छात्र के मौत की वजह स्पष्ट नहीं हुई है। जांच के लिए दिल और विसरा सुरक्षित रखा गया है।

कम उम्र में अचानक मौत की दर्दनाक घटना के बाद दैनिक भास्कर ने यूपी के टॉप मेडिकल एक्सपर्ट्स से उनकी राय जानी। पढ़िए दिल से जुड़े ऐसे मामलों में क्या कहते हैं एक्सपर्ट...

क्या 9वीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चे को दिल का दौरा पड़ सकता है? इस सवाल के जवाब में डॉ. रूपाली कहती हैं, "इस घटना के बारे में फिलहाल किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुंचना ठीक नहीं है। लेकिन बच्चों में हार्ट अरिदमिया यानी अनियमित दिल की धड़कन के कारण सडेन कार्डियक डेथ संभव है।

अहम बात ये है कि ये हार्ट अरिदमिया अचानक से बैठे-बैठे भी हो सकता है। ऐसे सडेन कार्डियक डेथ होने के पीछे फैमिली हिस्ट्री होने की आशंका हमेशा रहती है। इसमें पेरेंट्स के अलावा क्लोज ब्लड रिलेशन यानी चाचा, मामा या ताऊ भी शामिल हो सकते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो जो बच्चे भी इसका शिकार हुए हैं। उनके परिवार में पहले से भी सडेन कार्डियक डेथ की हिस्ट्री रही है।

इसके अलावा दूसरा कारण CPVT (कैटाकोलोमिनर्जिक पॉलीमॉर्फिक वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया) है। आमतौर पर जब कोई बच्चा दौड़ रहा होता है, तब कैटाकोलोमाइन हार्मोन के ज्यादा सेक्रेशन होने से ऐसा होता है। ये हार्मोन एड्रेनलिन द्वारा रिलीज होता है और ये माना गया है कि इससे भी अचानक से बच्चे को हार्ट अटैक आ सकता है।

हार्ट अटैक का एक और अहम कारण पहले से हार्ट की बीमारी होना भी हो सकता हैं। जो बच्चा किसी जन्मजात हार्ट बीमारी की चपेट में रहते है। उनको भी हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट आने की प्रबल संभावना रहती है। हालांकि इन सभी बातों पर निष्कर्ष निकालने से पहले पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अलावा विसरा और हार्ट की अन्य जांच रिपोर्ट का आधार जरूरी है।"