Gorakhpur : एम्स में नौकरी के नाम पर हड़पे लाखों , ट्रनिंग के बाद नौकरी का झांसा

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Gorakhpur : एम्स में नौकरी के नाम पर हड़पे लाखों , ट्रनिंग के बाद नौकरी का झांसा

Gorakhpur : एम्स में नौकरी के नाम पर हड़पे लाखों , ट्रनिंग के बाद नौकरी का झांसा

गोरखपुर जिले में पीपीगंज व महराजगंज के बेरोजगारों से एम्स में स्वास्थ्य कर्मी


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। गोरखपुर जिले में पीपीगंज व महराजगंज के बेरोजगारों से एम्स में स्वास्थ्य कर्मी की नौकरी दिलाने के नाम पर फिर जालसाजी का मामला सामने आया है। आरोप है कि गोरखनाथ इलाके के दो युवकों ने दस से अधिक युवाओं से जालसाजी की है। सोमवार को पीड़ित युवकों ने एसपी नार्थ से मुलाकात कर जानकारी दी है। पीड़ितों ने बताया कि कई और लोगों से भी ठगों ने रुपये लेकर हड़प लिए हैं। एसपी ने सीओ कैंपियरगंज को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी है।

जानकारी के मुताबिक, पीपीगंज के बगहा भारी गांव के रहने वाले दिनेश उर्फ राजू और उसके साथ आए युवकों ने एसपी नार्थ को प्रार्थनापत्र दिया है। उनका कहना है कि गोरखनाथ इलाके के नथमलपुर में रहने वाले दो युवकों से उनकी मुलाकात हुई। बताया गया कि एम्स में स्वास्थ्य कर्मी की सीधी भर्ती आई है। इसके लिए ट्रेनिंग की जिम्मेदारी हम लोगों को दी गई है। पहले तीन महीने की ट्रेनिंग होगी और फिर नौकरी लग जाएगी।

जालसाजों ने झांसा देकर राजू से 1.30 लाख रुपये, उमेंद्र से एक लाख, संजय यादव से दो लाख, पनियरा के दिनेश से 80 हजार, मिथिलेश से 80 हजार, अजय कुमार से एक लाख 30 हजार, अजय साहनी से 82 हजार, विजय से 90 हजार, दीपू से 70 हजार, महेंद्र यादव से 60 हजार रुपये ले लिए। लेकिन, न तो ट्रेनिंग शुरू हुई और न ही नौकरी मिली।

कुछ समय बीत जाने के बाद पीड़ितों को ठगी की जानकारी हुई है। जब उन्होंने ठगी करने वालों से संपर्क किया तो पहले तो रकम वापस करने की बात कही, लेकिन बाद में टाल-मटोल करने लगे। इसके बाद दोनों ठगों ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया। इसके बाद पीड़ितों ने एसपी से शिकायत की है।

एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने कहा कि पीड़ित युवकों ने शिकायत की है। पूरे प्रकरण की जांच सीओ कैंपियरगंज को सौंपी गई है। जांच के बाद केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी एम्स में नौकरी के नाम पर हुई है जालसाजी

18 जनवरी 2023 : कुशीनगर जिले के हनुमानगंज, छितौनी वार्ड नंबर सात निवासी प्रमोद उपाध्याय ने बेलीपार के कनइल गांव निवासी राजेश शुक्ल ने एम्स में नौकरी दिलाने का झांसा देकर जालसाजी करने का केस दर्ज कराया। आरोपी जेल भेजा गया।

09 जनवरी 2023 : कैंट पुलिस ने एम्स में नौकरी के नाम पर 17 लाख रुपये की ठगी करने के आरोपी को जेल भेजा था। आरोपी ने महराजगंज के फरेंदा के सेखुई निवासी कन्हई प्रसाद से रुपये लेकर फर्जी नियुक्तिपत्र भी दिया था।

21 फरवरी 2023 : गुलरिहा थाना क्षेत्र के बिस्टौली निवासी सुनेसर ने सीएम से जनता दरबार में शिकायत की थी। बताया था कि चिलुआताल क्षेत्र में रहने वाली उसकी बहन हेवंती देवी मेडिकल कॉलेज में सफाईकर्मी है। उसने तीन लोगों के साथ एम्स में नौकरी के नाम पर जालसाजी की।

20 अप्रैल 2023 : पीपीगंज निवासी वीरेंद्र व दुर्गेश सहित छह युवकों ने कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के राखुखोर निवासी रहमान पर केस दर्ज कराया। आरोप है कि एम्स में नौकरी लगवाने के नाम पर रुपये लिए गए और फर्जी नियुक्तिपत्र थमा दिया गया।

02 सितंबर 2021 : धर्मपुर के त्रिभुवन नाथ ने एम्स में नौकरी के नाम पर जालसाजी करने के आरोपी दंपती पर केस दर्ज कराया। इन दोनों ने रुपये लेकर लौटाने से मना कर दिया था। पुलिस ने कार्रवाई की।

30 जुलाई 2022 : एम्स में नौकरी के नाम पर 35 लोगों से 70 लाख रुपये की जालसाजी करने के आरोप में चार महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। महिलाओं ने सभी को नर्स व दाई की नौकरी दिलाने का वादा किया था।

02 दिसंबर 2022 : खोराबार निवासी सरिता ने एम्स में नौकरी के नाम पर जालसाजी का केस दर्ज कराया। जांच में सामने आया कि 50 से अधिक लोगों से 19 लाख रुपये की ठगी की गई। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेजा।