दबंग कोटेदार गरीबों का राशन कर रहा हज़म, महिलाओं का आरोप- अंगूठा लगवा रहे लेकिन राशन नहीं दे रहे

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दबंग कोटेदार गरीबों का राशन कर रहा हज़म, महिलाओं का आरोप- अंगूठा लगवा रहे लेकिन राशन नहीं दे रहे

दबंग कोटेदार गरीबों का राशन कर रहा हज़म, महिलाओं का आरोप- अंगूठा लगवा रहे लेकिन राशन नहीं दे रहे

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में गरीब और असहाय परिवारों के लिए फ्री राशन वितरण 


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में गरीब और असहाय परिवारों के लिए फ्री राशन वितरण प्रणाली के जरिए हर महीने राशन वितरण किया जाता है। लेकिन निशुल्क बांटने वाले इन राशन पर कोटेदारों की नजर कुछ इस कदर पड़ गई है कि वह गरीबों के मिलने वाले राशन को हड़प कर जाने की कार्य योजना के तहत लगातार उनसे अंगूठा लगवा कर राशन नहीं दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला देवकली ब्लाक के लोनेपुर ग्राम सभा से आया है। जहां पर पिछले 3 महीनों से कोटेदार के द्वारा राशन नहीं दिया जा रहा है, जिसको लेकर ग्रामीण और महिलाएं आज जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया है। 

दरअसल, कोविड-19 के बाद से ही उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग राशन निशुल्क गरीबों को दिया जाता है। वहीं, अगर पिछले दिनों की बात करें तो केंद्र सरकार ने इस योजना को आगे 1 साल तक और बढ़ा दिया है,लेकिन सरकार के द्वारा गरीबों को दी जाने वाली योजनाओं पर राशन माफियाओं का दबंगई चल रही है, जिसका नजारा देवकली ब्लाक के लोनेपुर ग्राम सभा के हरिजन बस्ती में देखा जा सकता है। 

क्या है मामला?

जहां के कोटेदार शिवजी पांडे ने ग्रामीणों से पिछले तीन-चार महीनों से उनका अंगूठा लगवा लिया जा रहा है। ऐसे में राशन अगले महीने देने की बात कही जा रही है, लेकिन तीन-चार महीने से राशन नहीं मिलने के बाद ग्रामीणों का आज गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा। जब ग्रामीण राशन लेने के लिए पहुंचे और कोटेदार के द्वारा फिर अंगूठा लगवाया गया, लेकिन सिर्फ 1 महीने का राशन देने की बात कही गई, जिसके बाद यह सभी लोग आज जिला मुख्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी से अपनी गुहार लगाने के लिए पहुंचे। 

आपूर्ति निरीक्षक ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की बात कही

इस दौरान गाजीपुर जिला अधिकारी को मीटिंग में होने के चलते उनसे मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन इस बात की जानकारी जैसे ही विभागीय अधिकारी आपूर्ति निरीक्षक अमित यादव को हुई उनके हाथ-पांव फूलने लगे। इस पर उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंचकर लोगों से शिकायत पत्र लिया।  इसके साथ ही इन्हें अगले एक या दो दिनों में बैठक के माध्यम से इस पूरे केस की जांच-पड़ताल करने की बात कही गई है।