गाजियाबाद में 7वीं मंजिल से गिरी लिफ्ट, 25 मिनट फंसी रही फैमिली, कायमेरा सोसाइटी में हादसा

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गाजियाबाद में 7वीं मंजिल से गिरी लिफ्ट, 25 मिनट फंसी रही फैमिली, कायमेरा सोसाइटी में हादसा

गाजियाबाद में 7वीं मंजिल से गिरी लिफ्ट, 25 मिनट फंसी रही फैमिली, कायमेरा सोसाइटी में हादसा

गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन स्थित औरा कायमेरा सोसाइटी की लिफ्ट


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन स्थित औरा कायमेरा सोसाइटी की लिफ्ट सातवीं मंजिल से गिर गई। इसमें एक वृद्धा घायल हो गई। जबकि अन्य पांच सदस्यों को मामूली चोटें आई हैं। पूरी फैमिली करीब 25 मिनट तक लिफ्ट में फंसी रही। लिफ्ट में धुआं भरने से उनकी हालत तक खराब होने लगी। बामुश्किल लिफ्ट का दरवाजा खोलकर सभी को बाहर निकाला गया। पीड़ित फैमिली ने इस मामले में बिल्डर और मेंटिनेंस एजेंसी के खिलाफ पुलिस में कम्प्लेंट की है।

सातवीं मंजिल से सीधे बेसमेंट में आकर गिरी लिफ्ट

ये मामला सोमवार देर शाम का है। सोसाइटी में रहने वाले अरुण भड़ाना की पत्नी अनुपम, पांच माह का बेटा यक्ष, भतीजी वंशिका, सास मुन्नी देवी, साली श्वेता और बुआ अनारकली फ्लैट से बाहर निकले और 10वीं मंजिल से लिफ्ट से नीचे पार्क में घूमने के लिए आ रहे थे।

अनुपम के मुताबिक, सातवीं मंजिल पर लिफ्ट अचानक रुक गई। हम लोगों को पहले लगा कि कोई तकनीकी खामी है। की-पैड पर लगे बटन दबाने से पहले तेजी से लिफ्ट नीचे गिरने लगी। हम लोग दीवारों पर हाथ रखकर खुद को संभालने की कोशिश करने लगे। सभी चीख रहे थे।

लिफ्ट तेज स्पीड से बेसमेंट में आकर गिरी। हमारी बुआ अनारकली के हाथ में चोट आई है।

अलार्म बटन से भी नहीं मिली मदद

पीड़ित फैमिली के अनुसार, लिफ्ट गिरने के कुछ देर तक हम लोगों को कुछ समझ ही नहीं आया। लिफ्ट का इमरजेंसी अलार्म दबाने पर भी कोई मदद नहीं मिली। आखिर में एक रेजिडेंट्स ने उनके शोर की आवाज सुनी। तब वो आया और अन्य लोगों को इकट्ठा करके लिफ्ट का दरवाजा मैनुअल तरीके से खोलकर सबको बाहर निकाला।

संडे को ही चालू हुई थी लिफ्ट

पीड़ित अरुण भड़ाना ने बताया कि ये हादसा उस वक्त हुआ, जब वे ऑफिस में बैठे हुए थे। उन्हें फोन पर इसकी सूचना प्राप्त हुई। तुरंत वे सोसाइटी में पहुंचे। यहां पता चला कि ये लिफ्ट संडे को ही शुरू की गई थी और ट्रायल चल रहा था।

अरुण का कहना है कि अगर ट्रायल चल रहा था तो लिफ्ट के बाहर इसका पोस्टर क्यों नहीं चिपकाया गया, जिससे रेजिडेंट्स अलर्ट रहते। पीड़ित अरुण ने इस मामले में थाना नंदग्राम में शिकायत दी है, हालांकि अभी एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है।