25 गांवों में वाटरशेड परियोजना से होगा विकास, डीएम ने कार्यशाला का किया शुभारंभ

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25 गांवों में वाटरशेड परियोजना से होगा विकास, डीएम ने कार्यशाला का किया शुभारंभ

 डीएम ने कार्यशाला का किया शुभारंभ

डीएम अभिषेक आनन्द ने वाटरशेड विकास घटक प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना


 डीएम ने कार्यशाला का किया शुभारंभ

संवाददाता विवेक मिश्रा 

चित्रकूट

डीएम अभिषेक आनन्द ने वाटरशेड विकास घटक प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 के अंतर्गत जनपद स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ कलेक्ट्रेट सभागार में किया।
उन्होंने कहा कि वाटरशेड विकास घटक प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। इसका मूल उद्देश्य है जो इस योजना के तहत गांव चयनित किए गए हैं वहां उपज को बढ़ाना है। जिसमें सिंचाई, वन, उद्यान, कृषि, मनरेगा, मत्स्य, पशुपालन आदि  कन्वर्जन से कार्य कराए जाएंगे। सभी विभाग इन 25 गांव का सर्वे कराकर बेसलाइन बनाएं। किसान, एफपीओ, स्वयं सहायता समूह, प्रधान आदि योजना का लाभ उठाएं। उन्होंने भूमि संरक्षण अधिकारी द्वितीय विमलेश कुमार को निर्देश दिए कि वाटर शेड कमेटी की बैठक प्रत्येक माह अवश्य कराई जाए। डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह से कहा कि इन चयनित गांव में शासकीय भूमि को चिन्हित करा कर स्वयं सहायता समूह को फलदार पौधे लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। तालाब और चकरोड के भी कार्य हों। किसानों से कहा कि कार्यशाला में दी गई जानकारी के अनुसार खेती कराएं। उपज को बढ़ाएं। मोटे अनाज को भी बढ़ावा दें। प्राकृतिक खेती अपनाएं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए बकरी, मुर्गी, सूकर पालन में स्वयं सहायता समूहों को विभागीय योजनाओं का लाभ दिलाएं। कार्यशाला में उप निदेशक कृषि राजकुमार, जिला उद्यान अधिकारी आशीष कटियार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ सुभाष चंद्र, अग्रणी जिला प्रबंधक इंडियन बैंक दीपक कुमार, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी हरि शंकर सिंह, मत्स्य विभाग के अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र गनींवा के वैज्ञानिक ने विभागीय योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। प्रधान, एफपीओ व स्वयं सहायता समूह के सदस्यों ने भी अपने सुझाव रखे। इस अवसर पर भूमि संरक्षण अधिकारी तुलसीराम, भूमि संरक्षण इंस्पेक्टर शशिकांत सहित संबंधित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।