बाढ़ प्रभावित गांवों का भ्रमण कर जुटाएं जानकारी: डीएम
कलेक्ट्रेट सभागर मे बाढ़ की समीक्षा बैठक लेते डीएम
संवाददाता विवेक मिश्रा
चित्रकूट
डीएम शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में बाढ़ की तैयारी के संबंध में बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। एडीएम उमेश चन्द्र निगम ने बताया कि जनपद में बाढ़ प्रभावित 68 गांव हैं। अधिक बरसात होने पर 103 गांव प्रभावित होते हैं। मुख्य बाढ़ यमुना व मंदाकिनी नदी पर आती है। 18 बाढ़ चौकियां बनाई गई है।
डीएम ने उप जिलाधिकारी से कहा कि अपने तहसील क्षेत्र के अंतर्गत बाढ़ के गांव का भ्रमण कर जानकारी जुटाएं। इस दौरान वहां पर सभी व्यवस्थाएं कराई जाए। गांव में गोताखोर व नाव की भी व्यवस्था करें। गोताखोरो के नाम, मोबाइल नंबर सहित सूचना उपलब्ध रहे। उन गांव में कर्मचारियों की भी नियुक्ति कर ले। अधिशासी अभियंता विद्युत से कहा कि जो बाढ़ के दौरान विद्युत व्यवस्था जिन गांवों में बाधित होती है उन गांव में अभी से ही तैयारी कर ली जाए। उन्होंने अधिशासी अभियंता सिंचाई को निर्देश दिए कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए तथा मंदाकिनी में बाढ़ को देखते हुए मध्य प्रदेश के अधिकारियों से भी संपर्क में रहे। वहां के अधिकारियों के नंबर भी रखें। एडीएम से कहा कि बाढ़ के दौरान राहत सामग्री वितरण की भी व्यवस्था टेंडर आदि करा लिया जाए।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के गांव के पशुओं के लिए भूसा की भी व्यवस्था की जाए। स्वास्थ्य टीमों को भी नामित करें। जिला पंचायत राज अधिकारी तथा अधिशासी अधिकारियों से कहा कि बाढ़ के दौरान बाढ़ क्षेत्र पर अच्छी साफ सफाई व्यवस्था कराने के इंतजाम होने चाहिए। पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर से कहा कि मानिकपुर में बरदहा नदी में जब बाढ़ आती है तो रापटों से गांव के लोगों का आवागमन होता है। वहां पर बाढ़ के दौरान पुलिस, रस्सा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
इस मौके पर सीएमओ डॉ भूपेश द्विवेदी, एसडीएम कर्वी सौरभ यादव, मानिकपुर पंकज वर्मा, राजापुर प्रमोद कुमार झा, मऊ राकेश कुमार पाठक, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर राजकमल, जिला पंचायत राज अधिकारी इंद्र नारायण सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ सुभाष चन्द्र, अधिशासी अभियंता जल संस्थान डीके सत्संगी, विद्युत दीपक सिंह, सिंचाई सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।