बिरजा कुंड से जुड़ी है आस्थावानों की प्रगाढ़ आस्था

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बिरजा कुंड से जुड़ी है आस्थावानों की प्रगाढ़ आस्था

परिक्रमा मार्ग मे बने वीरजा कुण्ड मे गंदगी युक्त पानी

परिक्रमा मार्ग मे बने बिरजा कुण्ड मे गंदगी युक्त पानी


:सफाई के अभाव में गंदा पानी छिड़कने को मजबूर हो रहे तीर्थयात्री

संवाददाता विवेक मिश्रा  
चित्रकूट

वैशाखी अमावस्या मेला सकुशल बुधवार को संपन्न हुआ। जिला प्रशासन ने उप्र परिक्षेत्र में पड़ने वाले परिक्रमा मार्ग की साफ सफाई व पेयजल आदि की व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए थे। काफी हद तक स्वच्छता को देखने को मिला, लेकिन कामदगिरि पर्वत के नीचे स्थित बिरजा कुंड की सफाई पर ध्यान नहीं दिया गया।

धर्मनगरी में परिक्रमा के दौरान आस्थावान इस कुंड में भरे पवित्र जल को शरीर में छिड़कते हैं। कुंड की ऐसी मान्यता है कि कामदगिरि पर्वत जहां भगवान श्रीराम निवास करते थे वहां से उनके रज से होकर कुछ में जल आता है। जिससे इस कुंड की महत्ता बढ़ती है, लेकिन सफाई के अभाव में कुंड की दुर्दशा हो गई। मेले में अधिकांश श्रद्धालुओं ने अपने ऊपर इस कुंड का दूषित जल छिड़का तो सफाई की पोल खुल गई। आस्थावानों ने व्यवस्थापकों पर सवाल उठाए। परिक्रमा क्षेत्रवासियों ने कुड में गंदगी के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि कभी भी सफाई नहीं होती।

वर्षाकाल में कामदगिरि पर्वत के जल से यह कुंड लबालब भर जाता है। जिससे इसकी गंदगी निकल जाती है। लोगों का कथन है कि पेडों की पत्तियां कुंड में गिरती है। जल भरा होने से सडा जाती है। इसके अलावा बंदर आदि जीव जन्तु मल मूत्र त्याग करते है। लोगों का कहना है कि अगर समय-समय पर कुंड की सफाई कराई जाए तो गंदगी दूर होगी। कुंड के सामने नगर पालिका ने शौचालय बनवाया है।

पानी के लिए टंकी रखवाया है जो साफ सफाई के लिए नाकाफी है। अमावस्या आदि पर्वो में लाखों श्रद्धालु परिक्रमा  करने आते हैं। जिससे टंकी का पानी समाप्त हो जाता है। फिर गंदगी बढ़ने लगती है और दुर्गंध का आलम रहता है। यात्री जब यहां से गुजरते हैं तो सफाई इंतजाम कराने वाले लोगों को कोसते नजर आते हैं। यह जानकारी प्रदीप कुमार, छविलाल, ननकूराम एड, कैलाश आदि दर्जनों लोगों ने देते हुए प्रशासन से मांग की है कि कुंड व शौचालय में सफाई के समुचित इंतजाम कराए जाए।