कुछ बसे तो चलीं, भारी वाहनो के थमे रहे पहिया

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कुछ बसे तो चलीं, भारी वाहनो के थमे रहे पहिया

बस स्टैंण्ड में खड़ी रोडबेज बस

बस स्टैंण्ड में खड़ी रोडबेज बस


:एमडी के आदेश पर शुरू हुई रोड़वेज बस सेवा

संवाददाता विवेक मिश्रा
चित्रकूट

सड़क दुर्घटना में दोषी चालक को कड़ी सजा देने का प्रावधान बनाने के मामले में दूसरे दिन ट्रक व बसो का संचालन नहीं हुआ। सुबह से एमडी के आदेश पर परिवहन चालू किया गया। यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। भीषण डंठ में यात्री परेशान रहे। बस सेवा चालू होने पर यात्री अपने घर के लिए रवाना हुए।
गौरतलब हो कि सड़क दुर्घटना के नए कानून बनाए जाने के विरोध में मंगलवार को भी ट्रांसपोर्ट व रोड़वेज बस सेवा ठप रही। नए कानून में यदि किसी वाहन की टक्कर लगने से किसी की मौत हो जाती है तो दस साल तक की सजा व सात लाख रुपये का प्रावधान है। जिस पर रोडवेज चालक संघ के आवाहन पर रोडवेज चालक हड़ताल पर रहे। एक भी रोडवेज बसे नहीं चली। इसी तरह से प्राइवेट चालक भी हड़ताल रहे। जिन्होंने बस स्टैंड में प्रदर्शन कर विरोध जताया। बसे बंद होने से रेलवे स्टेशन में अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक यात्रियों की भीड़ रही। सुबह से एमडी के आदेश पर रोड़वेज बसो का संचालन शुरू हो गया। बस स्टैन्ड के इंचार्ज ने बताया कि बिना सूचना के रोड़वेज बसों का संचालन ठप किया गया था। जिससे एमडी ने पुनः आदेश दिया है कि बसों का पुनः संचालन किया जाए। कुछ बसों के चलने से यात्री अपने घर के लिए रवाना हुए।

पेट्रोल पम्पो में दिखी भीड़, गैस सिलेंडर की किल्लत

ट्रांसपोर्ट सेवा ठप होने के चलते लोगों के दिलो में बैठी मंहगाई का असर देखने को मिला। पेट्रोल पम्पो में तेल भराने के लिए वाहनों की भीड़ देखी गई। रसोई गैस की आपूर्ति भी ठप होने से लोग परेशान रहे। लोगों ने डिलीवरी मैन से पूछा तो पता चला कि सिलेंडर लेकर आने वाले वाहन बंद होने से एजेंसी में गैस सिलेंडर नहीं आए। जिससे जिनके घरो में गैस सिलेंडर खत्म हो गए वे खाना पकाने को खासा हलाकान रहे। इसी प्रकार फल, सब्जी व अन्य जरूरी सामग्री के दाम बढ़ने के आसार से लोग खरीददारी करते देखे गए।

आवागमन में हुई परेशानी

सड़क किनारे ट्रको के खड़े होने से लोगों को आवागमन में दिक्कते हुई। कई बार जाम की स्थिति बनी। ऐसे में लोग कोसते नजर आए।

रद्द होना चाहिए मोटर व्हीकल का नया कानून

भाकपा के जिला सचिव अमित यादव एड ने चालकों की हड़ताल का पुरजोर समर्थन करते हुए कानून को समाप्त करने की मांग की है। साथ ही हड़ताली चालकों पर किए गए जुल्म की निंदा की। कहा कि जब नए मोटर व्हीकल एक्ट बनाया जा रहा था तो सब बेफिक्र थे कि मोदी की गारंटी में कोई अन्याय नहीं होगा। जब एक्ट सामने आया तो पता चला यह काला कानून निकला। चालक इतनी बड़ा जुर्माना कैसे अदा करेगा। उन्होंने मांग किया कि कानून को बदला जाए।