पहाड़ का हिस्सा धंसने से मलबे में दबा पोकलैंड आपरेटर, मौत
पत्थर की खदान मे हुई घटना का निरीक्षण करते डीएम-एसपी
-:आयुक्त, डीएम, डीआईजी, एसपी ने परिजनों को कार्यवाही का दिया आश्वासन
:खनन पट्टाधारक के एक सहयोगी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
संवाददाता विवेक मिश्रा
चित्रकूट
भरतकूप थाना क्षेत्र के गोंडा पहाड़ पर खनन के दौरान पहाड़ का एक हिस्सा अचानक धंस गया। इससे पोकलैंड समेत आपरेटर दब गया। जबकि ड्राइवर व तीन मजदूर बाल बाल बच गये। घटना की जानकारी होते ही मंडलायुक्त, डीएम, डीआईजी व एसपी समेत चार थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। लगभग आठ घंटे के रेस्क्यू के बाद क्रेन से पोकलैंड व आपरेटर को बाहर निकाला जा सका। पोकलैंड चकनाचूर हो गई और आपरेटर की मौत हो चुकी थी।
भरतकूप थाना क्षेत्र के बजनीपुरवा स्थित गोंड़ा पहाड़ में रविवार की सुबह लगभग चार बजे पत्थर खनन के साथ ढुलान का काम चल रहा था। इसी बीच पहाड़ का एक हिस्सा अचानक भरभरा कर गिरा। इससे पोकलैंड व आपरेटर तेरा अतर्रा जिला बांदा निवासी राकेश निषाद (25) समेत पांच मजदूरों के दबने की जानकारी हुई। इसी घटना में चालक उमेश व अन्य तीन मजदूर बाल बाल बचे। घटना होते ही वहां चीख पुकार मच गई। घटना की जानकारी होते ही मंडलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी, डीएम शिवशरणप्पा जीएन, डीआईजी अजय कुमार सिंह, एसपी अरूण कुमार सिंह व जिला खनिज अधिकारी सुधाकरन सिंह पहुंचे। पीड़ित परिजन व ग्रामीणों को सांत्वना देकर रेस्क्यू शुरु कराया। दोपहर लगभग बारह बजे दो क्रेन व ग्रामीणों की मदद से आपरेटर राकेश के शव को बाहर निकाला जा सका। इसके अलावा अन्य किसी का शव या घायल नहीं मिला।
घटना के बाद से मृत आपरेटर के परिजनों ने सुरक्षा के मानक की अनदेखी करने और पट्टाधारक पर जबरन सुबह चार बजे बुलाकर काम कराने के आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की। डीएम व एसपी के निर्देश पर पट्टे में सहयोगी भाजपा नेता आनंद त्रिपाठी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
मंडलायुक्त ने कहा कि इस घटना में आपरेटर राकेश की मौत हुई है। अन्य सभी बच गये हैं। इसमें लापरवाही व अवैध खनन की जांच कराई जाएगी। एडीएम की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई है। नियमानुसर परिजनों को मुआवजा भी दिया जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई होगी। इसके बाद शव को कड़ी सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
घटना स्थल पर घटना के सम्बन्ध मे अधिकारिक जानकारी देते कमिश्नर
बुखार होने के बावजूद जबरन घर से ले गए थे पट्टेधारक के सहयोगी
मृतक आपरेटर राकेश निषाद चार साल से भरतकूप में रहकर पोकलैंड व जेसीबी चलाता था। उसकी मां शिव कुमारी, पिता लालाराम ने बताया कि दो भाइयों में वह छोटा था। पत्नी सुशीला का रो-रोकर बुरा हाल है। दो पुत्री व एक पुत्र है। पत्नी ने बताया कि कई दिन से राकेश को बुखार आ रहा था। रविवार की सुबह चार बजे उसे पटटाधारक तुडान व ढुलान के लिए जबरन घर से बुला लिया। उसने बताया कि उसे बुखार है वह नहीं जाएगा, लेकिन बुलाने आने वाले नहीं माने।
मुख्यालय में सीओ राजकरन व जयकरन के अलावा भरतकूप थाना प्रभारी प्रवीण सिंह की मौजूदगी में मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद परिजनों की मर्जी के अनुसार अंतिम संस्कार कराने के लिए उसके शव को तेरा अतर्रा गांव ले गये हैं।