गृहस्थी का काम राष्ट्र को मजबूत करना: अनुज

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गृहस्थी का काम राष्ट्र को मजबूत करना: अनुज

कथा सुनाते कथा व्यास

कथा सुनाते कथा व्यास


संवाददाता विवेक मिश्रा

चित्रकूट

जिले के सदर ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बिहारा के पेरा तीर हनुमान मंदिर प्रांगण में नौ दिवसीय श्रीराम कथा के सातवें दिन कामदगिरि परिक्रमा मार्ग से आए कथा व्यास अनुज शास्त्री ने कहा कि गृहस्थी को नर्क मत बनाएं। गृहस्थी का काम राष्ट्र को मजबूत करना है।
कथा व्यास ने बताया कि जब राम के राजतिलक की तैयारियां की जा रही थी तभी महारानी कैकेई राजा दशरथ से अपने दो वचन मांगती हैं। कहती हैं कि पहले राम की सौगंध खाएं और मेरे वचन मुझे दे। राजा दशरथ खुशी में रानी से कहते है कि जो मांगो वहीं दूंगा। तब रानी कैकेई दशरथ से मांगती हैं कि मेरे बेटे भरत को राजगद्दी मिले और राम को 14 वर्ष का वनवास दें। इतना सुनते ही महाराजा दशरथ धरती पर गिर जाते हैं। राम सहित सब यहां पहुंचते हैं। प्रभु राम जब वनवास को जाने लगते हैं तो उनके साथ सीता व लक्ष्मण भी तैयार हो जाते हैं। श्रीराम के वन जाने की बात सुनकर पूरा अवधपुरी रो पड़ा। कथा व्यास ने कहा कि कथा को भाव व प्रेम से सुनने वाले ही ज्ञान प्राप्त करते हैं।
इस मौके पर रमाकांत मिश्रा, रमेश शुक्ला, हिमांशु शुक्ला, मुन्ना त्रिपाठी, द्वारिका द्विवेदी, शारदा प्रसाद द्विवेदी, विकास शुक्ला, रजनीश तिवारी, संतोष मिश्रा, प्रेम चंद्र पांडेय, राजा भैया शुक्ला आदि मौजूद रहे।