पटाखा विस्फोट हादसा: मृतक बच्चों के परिजनों ने जिले के अधिकारियों को ठहराया दोषी

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पटाखा विस्फोट हादसा: मृतक बच्चों के परिजनों ने जिले के अधिकारियों को ठहराया दोषी

पोस्टमार्टम हॉउस में मृतक बच्चों के परिजनों को समझाते एएसपी

पोस्टमार्टम हॉउस में मृतक बच्चों के परिजनों को समझाते एएसपी


:बोले-सुरक्षा इंतजाम होते तो नहीं होता हादसा

संवाददाता विवेक मिश्रा   
चित्रकूट

बुंदेलखंड गौरव महोत्सव में पटाखों में हुए विस्फोट से चार बच्चों की मौत होने पर उनके परिजनों ने जिले के अधिकारियों को दोषी ठहराया है। कहा है कि विस्फोटक पदार्थ रखे होने के बाद वहां पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए इंतजाम नहीं किए। जिससे उनके बच्चों की जान चली गई। इस मामले में दोषियों को सजा जरूर मिलनी चाहिए।
मृतक बच्चे पारस के पिता कंसराज शर्मा, प्रभात के पिता धर्मेंद्र सिंह सहित उनके परिजनों ने कहा कि इतने बड़ा कार्यक्रम होने के बाद भी जिस स्थान पर पटाखे रखे गए थे उस स्थान पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए। जिससे उनके बच्चों की मौत हो गई। सभी दोषियों को जेल भेज कर कार्रवाई की जाए। मृतक रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि घटना हो जाने के बाद बच्चों के बारे में पुलिस सही जानकारी नहीं दे रही थी। अस्पताल के अंदर किसी को जाने नहीं दिया जा रहा था, नहीं तो पहले ही उनकी पहचान हो जाती।  

परिजनों के नहीं थम रहे आंसू

मृतकों के परिजन पोस्टमार्टम से लेकर घर में दिनभर रोते बिलखते रहे। पड़ोसी ढांढस बंधाते रहे। चारों बच्चों के परिजनो में घटना के बाद से कोहराम मचा हुआ है। परिवार की महिलाओं के आंसू नहीं थम रहे थे। मृतक पारस की मां शिवकन्या, मोहित की मां शीलू, सहित प्रभात व यश के परिजनों में हाहाकार मचा है।

चित्रकूट बाल विद्यालय, संत थामस, जीडीएनडी के थे छात्र

सीआईसी परिसर के अंदर चित्रकूट बाल विद्यालय है। जिसमें मृतक मोहित कक्षा छह मेें पढ़ता था। इसी से जिस मैदान में यह घटना हुई उसी मैदान में वह अपने साथियों के साथ खेलता भी था। उसी मैदान में उसकी मौत हो गई। मृतक पारस कक्षा छह का छात्र था। जीडीएनडी कालेज में पढ़ता था। प्रभात कक्षा चार व यश कक्षा पांच का छात्र था। दोनो संत थामस स्कूल में पढ़ते थे। घटना की जानकारी होते ही विद्यालय परिवार में शोक मनाया गया।