सात लोगों की मौत से दहला जनपद

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सात लोगों की मौत से दहला जनपद

जिला अस्पताल मे भर्ती घायलों का उपचार करते चिकित्सक

जिला अस्पताल मे भर्ती घायलों का उपचार करते चिकित्सक


संवाददाता विवेक मिश्रा  
चित्रकूट

आटो और डंपर की भिड़ंत से सात लोगों की मौत होने पर जनपदवासियों में इस बात का मलाल है कि अगर शहर की सड़कों पर डिवाइडर होते तो आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगता। शहरवासियों ने मांग किया कि जल्द डिवाइडर बनाया जाए। इसके अलावा भारी वाहनों के लिए बाईपास बनना बेहद जरूरी है। कई वर्षो से बाईपास की मांग की जा रही है जो अभी तक नहीं बन सका। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।

डंपर छोड़कर भागा चालक

शहर कोतवाल उपेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि डम्पर चालक मौके से वाहन छोड़कर फरार हो गया है। डंपर व आटो को कब्जे में लिया है। आटो चालक व मालिक के बारे में छानबीन की जा रही है।

मृतक अरुण था बीडीओ के वाहन का चालक, अतर सिंह बनाता था भोजन

 मृतक अरुण कुमार चार भाईयों में तीसरे नंबर का था। गुमरारपुर बीडीओ का वाहन चालक था। घटना से परिजन व मां सरला का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक अखिलेश तीन भाई में दूसरे नंबर का था। मां जगदेवी रो-रोकर बेहाल है। बीएड के बाद तैयारी कर रहा था। मृतक अतर सिंह बीडीओ के यहां भोजन बनाने का काम करता था। सफाई कर्मी से नियुक्ति हुई थी। मृतक के एक पुत्र, एक पुत्री, पत्नी अर्चना देवी है। तीनो मृतक नेत्र जांच के लिए बीती शाम घर से चले थे। सुबह आटो में सवार होकर सदगुरु नेत्र चिकित्सालय जा रहे थे।

भाई धर्मेन्द्र के साथ नेत्र जांच कराने आई थी निशा

मृतक धर्मेन्द्र सोनी अपने बड़े भाई के साथ कपड़े की दुकान में रहता था। बहन निधि के नेत्र का इलाज कराने के लिए आया था। साथ में पड़ोसी सुमित साहू भी था। एक सप्ताह पूर्व इलाज कराने के बाद दुबारा चेकप कराने आए थे। पिता की मृत्युुुु पहले हो चुकी है। मां रामजानकी पर घटना से दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मृतक सुमित साहू कक्षा नौ का छात्र था।

आटो चालक था मृतक निर्भय, सूरज बैडबाजा में करता था कार्य

मृतक निर्भय कुशवाहा दो भाईयों में छोटा था। मां सावित्री रो-रोकर बेहाल है। पिता किसानी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। घटना के बाद चर्चा रही कि मृतक वाहन चालक था। मृतक सूरज तीन भाई व तीन बहन में छोटा था। मां अंजू देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के पिता प्रेमलाल ने बताया कि सुमित भांगड़ा बैंड बजाता था। वाहन चलाने की बात कभी उसने बताई नहीं है। सुबह वह घर से चला गया था।