जिला जज ने बताए मनुष्यो के अधिकार

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जिला जज ने बताए मनुष्यो के अधिकार

मानव अधिकार दिवस पर गोष्ठी को सम्बोधित करते जिला जज

मानव अधिकार दिवस पर गोष्ठी को सम्बोधित करते जिला जज


संवाददाता विवेक मिश्रा
चित्रकूट

राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से प्राप्त एक्शन प्लान के अनुक्रम में रविवार को मानवाधिकार दिवस के अवसर पर महामति प्राणनाथ महाविद्यालय मऊ में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला जज विकास कुमार प्रथम की अध्यक्षता में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन हुआ।

जनपद न्यायाधीश में बताया कि इस वर्ष 70वां अन्तराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जा रहा है। जिसकी थीम स्वतंत्रता, समानता एवं न्याय को प्रत्येक व्यक्ति तक सुलभ बनाने के उद्देश्य से ही विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया है। प्रत्येक पात्र व्यक्ति को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध करायी जाती है। मानवाधिकार को आमतौर पर मौलिक अधिकारों के रूप में समझा जाता है। जिसके लिए एक व्यक्ति स्वाभाविक रूप से सिर्फ इसलिए हकदार है क्योंकि यह एक इंसान है। मानव अधिकारों का अर्थ मानव होने के कारण उनके पास कुछ बुनियादी अधिकार है जो व्यक्तियों की गरिमा के संरक्षण और रखरखाव के लिए आवश्यक है।

इस अवसर पर विशेष न्यायाधीश दीपनारायण तिवारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अपर जिला जज फर्रुख इनाम सिद्दीकी, अपर जिला जज सुशील कुमार वर्मा ने विस्तृत जानकारी दी। छात्रा अलंकृता तिवारी ने भी मानवाधिकार के बारे में वक्तव्य दिया। इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डा. संतोष चतुर्वेदी, प्रबंधक सुंदरलाल सुमन, डा. उमा जायसवाल अध्यक्ष, केएन सिंह एड, सुशील कुमार मिश्रा, डा. एस. कुरील एसोसिएट प्रोफेसर, पूरन सिंह, राजनारायण सिंह, अरविंद यादव आदि मौजूद रहे।