जजावल माता मंदिर में पूजन दर्शन को उमड़ रहे श्रद्धालु

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जजावल माता मंदिर में पूजन दर्शन को उमड़ रहे श्रद्धालु

 देवी मंदिर के रास्ते का अधूरा पड़ा निर्माण कार्य

देवी मंदिर के रास्ते का अधूरा पड़ा निर्माण कार्य


खड़ंजा अधूरा होने से आवागमन में हो रही परेशानी

संवाददाता विवेक मिश्रा 
चित्रकूट

 तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत रगौली के ऐतिहासिक देवी जजावल माता जो क्षेत्र के ग्रामीणों के आस्था का केंद्र बना हुआ है वही देवी स्थल के पास लगभग 10 बीघे में तालाब है। जिसे क्षेत्र पंचायत रामनगर द्वारा अमृत सरोवर के रूप में विकसित करने के लिए टेंडर किया गया था। ठेकेदार द्वारा तालाब के भीटो में खडंजा बनवा कर आधा अधूरा छोड़ दिया दिया हैं। जिससे देवी भक्तों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

ग्राम पंचायत रगौली में स्थापित जजावल माता जो लगभग दो सौ वर्षों से स्थापित है और वासन्तीय और शारदीय नवरात्र में भक्तों का हुजुम देखने को मिलता है। मान्यता है कि जो भक्त जजावल तालाब में स्नान कर इस तालाब के जल से जलाभिषेक करता है तो माता उसकी मन्नत को अवश्य पूर्ण करती है।

देवी भक्त गांव के ओमप्रकाश मिश्रा ने बताया कि पूर्वजों के द्वारा खेत की खुदाई करते समय मां की प्रतिमा हल से टकरा जाने के कारण मां की प्रतिभा प्राप्त हुई थी। तभी से लगभग दो सौ वर्ष पहले पूर्वजों के द्वारा माता की स्थापना तालाब के पास एक वृक्ष के नीचे कर दी गई थी और पूरे क्षेत्र के लोग बड़े श्रद्धा भाव से मां की पूजा अर्चना करते चले आ रहे हैं बताया कि 2007 में स्वर्गीय श्रीमती सुरजी देवी पत्नी स्व.रामनेवाज मिश्रा एवं स्व.रामनाथ मिश्रा के वंशज माता जजावल की पूजा अर्चना करते चले आ रहे हैं लेकिन मां के जलाभिषेक करने वाले जजावल तालाब की वह दुर्दशा है कि आधा अधूरा काम होने के कारण उस तालाब में एक बूंद पानी न होने के कारण पुरानी परंपराओ का निर्वाह नहीं हो पा रहा हैं। पूरा तालाब गंदगी से पटा पड़ा है वहीं आसपास के अन्ना गोवंश व घरेलू जानवर व जल जीवो को पानी पीने का यह एकमात्र तालाब है । ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से तालाब सुंदरीकरण का कार्य आधा अधूरा होने के कारण ग्रामीणों में रोष व्याप्त हैं और मांग किया हैं कि ठेकेदार द्वारा पूर्ण कार्य नही कराया गया जिसको जल्द से जल्द पूर्ण कराने की मांग किया हैं।