सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम, भजनों ने बांधा समां

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सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम, भजनों ने बांधा समां

बटुकों ने सुंदर कांड किया संगीतमय पाठ

 रामायण मेला में कलाकारों का माल्यार्पण करते कार्यकारी अध्यक्ष


बटुकों ने सुंदर कांड किया संगीतमय पाठ

संवाददाता विवेक मिश्रा 
चित्रकूट

 51 वर्षो से आयोजित हो रहे राष्ट्रीय रामायण मेले में जिस कार्यक्रम का लोगों को बेसब्री से इंतजार होता है वह है प्रतिदिन शाम को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम। मेला का विशाल मंच शाम होते ही रंग-बिरंगी रोशनी से सराबोर होते ही दर्शक अपनी-अपनी कुर्सियों पर आसन जमा लेते हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्वारात्मिका इंस्टीट्यूट आफ डांस एण्ड म्युजिक के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक मनोहारी प्रस्तुतियां दी। मंजू देवी, पिंकी सरोज और अर्चना ने गणेश वंदना, शिव स्तुति और देवी गीत पर नृत्य कर दर्शकों का मन मोह लिया। इन कलाकारों ने मिर्जापुर की मशहूर कजरी विधा पर भी मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। जब से पीएम नरेन्द्र मोदी ने 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम के नए नवेले भव्य मंदिर में भगवान श्रीराम के प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की है तब से पूरे देश में राम भक्तों का उल्लास आसमान छू रहा है। जब पूरा देश राममय हो तब भला रामायण मेला के मंच से रामोत्सव की धूम नजर न आए यह कैसे हो सकता है। लखनऊ से आए कलाकारों के दल ने मंच से भगवान राम के जन्म की लीलाओं को लेकर नृत्य प्रस्तुत किया तो पूरा पांडाल दर्शकों की तालियों से गूंज उठा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अगली कड़ी में प्रयागराज से आई पूजा अग्रवाल ने कथक नृत्य के माध्यम से अपनी कला का बेजोड नमूना प्रस्तुत किया। कथक नृत्य की विधा का बखूबी प्रदर्शन करते हुए पूजा अग्रवाल दर्शको को बांधे रखने में सफल रहीं। एक के बाद एक कभी एकल तो कभी सामूहिक कथक नृत्य का लोगों को भावविभोर कर दिया। पूजा अग्रवाल भारतीय प्रयाग संगीत समिति में प्रोफेसर हैं और देश-विदेश में इन्होंने अपनी नृत्य की प्रस्तुतियां दी है।

शनिवार को सुबह मेले के कार्यकारी अध्यक्ष प्रशांत करवरिया व राजाबाबू पांडेय ने आरती कर रामलीला का शुभारंभ कराया। प्रभु श्रीराम का माल्र्यापण किया गया। इसके पूर्व शुक्रवार की रात श्री बृज कृष्णलीला रामलीला संस्था के द्वारा रामायण मेला के मंच पर प्रभु श्रीराम के जन्म की लीला का सजीव मंचन किया गया। पूरे तीन घंटे तक पांडाल भगवान राम के जन्म के उल्लास में डूबा रहा। वृंदावन से आए साधक कलाकारों के सजीव अभिनय ने लोगों का मन मोह लिया। भगवान राम की बाल लीलाओं की प्रस्तुति इतनी सुंदर और मनमोहक थी कि लोग सांस थामे श्रीराम लीलाओं का रसस्वादन करते रहे। रामलीला के बीच-बीच में प्रभु श्रीराम के भजन दर्शकों को रामभक्ति में गोते लगाने पर विवश करते रहे। रामलीला की प्रस्तुति के उपरांत रामायण मेला के मंच से बटुको ने जय बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन उपाध्याय के संयोजकत्व में सुंदर कांड का पाठ किया। सह संयोजक संदीप रिछारिया रहे। इस दौरान कार्यकारी अध्यक्ष को गमला भेंटकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर महामंत्री करुणा शंकर द्विवेदी, शिवमंगल शास्त्री, जितेन्द्र करवरिया, सुधीर अग्रवाल, अभिमन्यु सिंह आदि मौजूद रहे। श्री उपाध्याय व उनकी पत्नी राष्ट्रीय प्रभारी अर्चना उपाध्याय इन दिनो रामचरित मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित कराने की मुहिम में जुटे हुए हैं। इसके उपरांत वृंदावन के कृष्णानंद रामायणी के भजनो ने माहौल को राममय कर दिया। सायं बेला में नृत्य कलाग्रह बांदा के कलाकारों ने नृत्य नाटिका प्रस्तुत की।

प्रयागराज के गणेश श्रीवास्तव के भजन, लोकगीतों को दर्शकों ने खूब सराहा। इसके पश्चात उ.म.क्षे. सांस्कृतिक केन्द्र लखनऊ के कलाकारों ने भजन गायन प्रस्तुत किया। रंजना मिश्रा व राधिका मिश्रा द्वारा गाए गए भजनों का श्रोताओं ने भरपूर आनंद लिया। इसके बाद महोबा के लखनलाल यादव एण्ड गु्रप के भजनों ने समां बांध दिया। रामाधीन आर्या एवं साथी कलाकार मऊरानीपुर ने आनंदमयी मनोहारी भजन एवं गीत गाए। सांस्कृतिक संध्या के बाद देर रात तक बृज कृष्णलीला रामलीला संस्था वृंदावन के कलाकारों की रासलीला ने दर्शकों का मन मोहा। अनुपमा त्रिपाठी बांदा के कथक नृत्य आकर्षण का केन्द्र रहे। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री करुणा शंकर द्विवेदी ने किया।