बाल विवाह रोकने के लिए मुहिम छेड़ेगी समिति

बालविवाह रोकने पर पत्रकारों से रूबरू हुए समाज सेवी
संवाददाता विवेक मिश्रा
चित्रकूट
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जन कल्याण शिक्षण प्रसार समिति बाल विवाह मुक्त देश बनाने की मुहिम को तेज किया जाएगा। 2030 तक इस कुप्रथा का उन्मूलन कराना लक्ष्य होगा। बाल विवाह रोकने की शपथ भी ली गई।
मंगलवार को मुख्यालय स्थित एक गेस्ट हाउस में पत्रकारों से रूबरू हुए संत मदन गोपाल दास ने बताया कि कम उम्र में बालिकाओं का विवाह गैरकानूनी है। ऐसे में बाल विवाह न होने दें। होटल या अन्य स्थानों पर छोटे बच्चों से कार्य न कराया जाए। यह समय शिक्षा के लिए होता है। इस मामले में समाज को जागरुक होना चाहिए। नगर पालिका अध्यक्ष नरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ बेटियों की सुरक्षा व शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं संचालित की है। बेटियों को आगे बढ़ाने का कार्य करें। बाल विवाह पर रोक लगाएं। डीसीबी अध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने भी बाल विवाह कुप्रथा पर अपने विचार व्यक्त किए।
जन कल्याण शिक्षण प्रसार समिति के सचिव शंकर दयाल पयासी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस आज मनाया जाएगा। बाल विवाह गैरकानूनी है। जिसका पालन कराने के लिए गांव-गांव तक जागरुक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कैलाश सत्यार्थी ने 16 अक्टूबर 2022 को बाल विवाह समाप्त करने का आवाहन किया था। इसके लिए देश के 7 हजार 588 गांव से 76 हजार शासी महिलाएं इस कुप्रथा के खात्मे के लिए सामने आई। बाल विवाह रोकने की शपथ ली। 14 राज्यों से समर्थन मिला। जिला प्रशासन को इस बाबत अधिसूचना जारी हुई। इस अभियान में 1.9 करोड़ लोग शामिल हुए। उन्होंने बताया कि देश के तीन सौ से अधिक प्रभावित जिलो में अभियान चलाया जा रहा है। 2030 तक बाल विवाह का उन्मूलन कराना है।
इस मौके पर सुनील द्विवेदी, शिवमूरत दुबे, संतोष द्विवेदी, प्रभाकर सिंह, आदित्य मिश्रा, मुदित मिश्रा आदि मौजूद रहे।