युद्ध स्तर पर शुरू हुई मंदाकिनी नदी की सफाई

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युद्ध स्तर पर शुरू हुई मंदाकिनी नदी की सफाई

 मंदाकिनी नदी की  सफाई करते कर्मचारी

मंदाकिनी नदी की सफाई करते कर्मचारी


संवाददाता विवेक मिश्रा 
चित्रकूट

डीएम के निर्देश पर गंगा दशहरा के पहले मंदाकिनी नदी की सफाई का काम सिंचाई विभाग ने युद्ध स्तर पर शुरु किया है। सीतापुर मे पन्नालाल घाट से लेकर बूडे हनुमान जी मंदिर तक और कर्वी में इंटेकवेल से पुलघाट तक आधा दर्जन से अधिक नावें लगाकर अभियान का शुभारंभ किया गया।

बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी से नदी सफाई कराने की मांग की थी। सिंचाई विभाग को बैठक में ही निर्देश दिए थे कि नदी की सफाई कराई जाए।

डीएम के निर्देश पर सिंचाई विभाग ने सीतापुर और कर्वी में एक साथ नावें लगाकर सफाई अभियान का शुभारंभ किया। रविवार को गंगा दशहरा के पहले विभाग ने नदी को साफ स्वच्छ करने का लक्ष्य बनाया है। कर्वी पुलघाट में तो पनसोखना से नदी पट गई थी। यहां घाट पर नहाना भी दूभर था। शुक्रवार से शुरु हुए अभियान के तहत ट्रक में मलबा नदी के बाहर किया गया। शनिवार को भी युद्ध स्तर पर अभियान जारी रहा। सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता एसके प्रसाद के निर्देश पर एई गुरु प्रसाद और जेई देवेंद्र शुक्ला लगातार नदी घाट पर सफाई करा रहे हैं। 

बुंदेली सेना जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा। दिल्ली जैसे राजधानी क्षेत्र में पेयजल को लेकर हाहाकार मचा है।

तीर्थ क्षेत्र में मंदाकिनी नदी यहां की लाइफ लाइन है। बावजूद इसके लोग नदी में कचरा फेंककर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। धर्मभीरु लोग गन्दा पानी घरों में आने पर प्रशासन को कोसतें हैं और वही लोग परम्पराओं के नामपर नदी में पालीथिन में भरकर हवन पूजन सामग्री फेंक रहे हैं। नदी के साथ यह अत्याचार बंद न हुआ तो नदी को बचाना कठिन हो जाएगा।