चोरी के पाइप खरीदने वाले कंपनी के मालिक को चित्रकूट की पुलिस ने कानपुर से किया गिरफ्तार

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चोरी के पाइप खरीदने वाले कंपनी के मालिक को चित्रकूट की पुलिस ने कानपुर से किया गिरफ्तार

पुलिस द्वारा सील गई कम्पनी

पुलिस द्वारा सील गई कम्पनी


:जल जीवन मिशन का मार्का हटाकर लगाता था अपने कंपनी का मार्का 
:30 रुपए में खरीद कर 110 रुपए प्रति किग्रा के हिसाब से बेचे जाते थे पाइप

संवाददाता विवेक मिश्रा 
चित्रकूट

जल जीवन मिशन के चोरी किए गए पाइपों को खरीदने वाले कंपनी मालिक समेत दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार बड़ा खुलासा किया है। इसके  अलावा लगभग 23 लाख कीमत के गुम हुए 151 मोबाइलों को सर्विलांस टीम ने बरामद कर स्वामियों को सौपा है।

मंगलवार को एसपी कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू हुईं पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि जिले के कई स्थानों में जल जीवन मिशन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाई जा रही है। इन पाइपों को चुराने के लिए कई गिरोह सक्रिय थे। बीती 27 अप्रैल को पाइप की चोरी करने वाले दो चोरो को डीसीएम में 50 पाइप ले जाते समय गिरफ्तार किया था। जिन्हे जिला जेल भेजा जा चुका है। चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी के पर्यवेक्षण में सीओ सिटी हर्ष पांडेय, सीओ लाइन्स निष्ठा उपाध्याय, थानाध्यक्ष रैपुरा शैलेन्द्र चन्द्र पांडेय की टीम गठित की जो लगातार तफ्तीश कर रहे थे। 

पूर्व में पकड़े गए चोरो के बयान के अनुसार विवेचना में प्रकाश में आए कानपुर देहात स्थित डिलाइट इंटरप्राइजेज के मालिक बृजकिशोर गुप्ता पुत्र छेदीलाल गुप्ता निवासी पांडु नगर निकट रानी लक्ष्मीबाई पार्क थाना काकादेव समेत कर्मचारी गोपाल उर्फ अमन राजपूत पुत्र राजेन्द्र बाबू निवासी थूलपिया थाना साहिल जनपद औरैया हाल पता कस्बा दिबियापुर को पकड़ा गया। कंपनी से चोरी किए गए 111 फुल लेंथ पाइप भी बरामद हुए हैं। बताया गया कि चोर गिरोह के लोग पाइप चुराकर इसी कंपनी में बेंचते थे। जिनके बिल बाउचर भी पूर्व में पकड़े गए चोरो के पास से मिले थे। कंपनी में जल जीवन मिशन का स्टीकर हटाकर डिलाइट कंपनी का मार्का लगाकर पुनः बाजार में बिक्री करते थे। स्टाक को चेक किया गया तो कंपनी के अंदर भारी मात्रा में जल जीवन मिशन के पाइप पाए गए। जिसका कोई बिल बाउचर स्टाक रजिस्टर प्रस्तुत नहीं कर सका।

 कंपनी के कर्मचारी गोपाल ने बताया कि मालिक ने खरीद की थी जो सरदार जी के डीसीएम से कई बार यहां लाया गया था। अब तक गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध गैंगेस्टर एक्ट व एनएसए की कार्यवाही की जा रही है। बताया गया कि कंपनी कर्मचारी गोपाल व पूर्व में पकड़े गए चोरो के बीच फोन पर करीब 450 बार वार्ता हुई थी। गिरफ्तार कंपनी के मालिक बृजकिशोर ने बताया कि 30 रुपए प्रति किग्रा के हिसाब से पाइप खरीदकर 110 रुपए किग्रा के हिसाब से बाजार में बेंचते थे। यह भी बताया कि उच्च क्वालिटी के पाइप भारत में केवल तीन कंपनिया टाटा, जिंदल व इलेक्ट्रो स्टील ही बनाती है। जिनकी कालाबाजारी की जा रही थी। 

एसपी ने बताया कि न्यायालय से आरोपियों को रिमांड में लेकर अन्य नेक्सेस के बारे में जानकारी की जाएगी। पुलिस टीम में एसआई अरविन्द कुमार, आरक्षी आकाश पटेल, अजीत कुमार रहे।