बूढ़े हनुमान मंदिर में बुढ़वा मंगल की मची धूम

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बूढ़े हनुमान मंदिर में बुढ़वा मंगल की मची धूम

ने सजाया हनुमान मंदिर

श्रद्धालुओं ने सजाया हनुमान मंदिर


:अखंड रामनाम संकीर्तन शुरु, हनुमान चालीसा और सुंदर काण्ड का हुआ पाठ

संवाददाता विवेक मिश्रा 
चित्रकूट

मंदाकिनी नदी तट पर स्थित दक्षिण मुखी बूढ़े हनुमान मंदिर में बुढ़वा मंगल की धूम रही। सुबह से ही मंदिर में पूजन भजन संकीर्तन का दौर शुरु हुआ जो देर रात्रि तक चला।
मंदिर को फूलों से सजाया गया। भण्डारे में हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया और शाम को महाआरती के बाद भांग, ठंढई और बूंदी का प्रसाद वितरित किया गया। बूढ़े हनुमान मंदिर के पुजारी रामजीदास महराज ने बताया कि होली के बाद मंगल को बुढ़वा मंगल पिछले कई दशकों से बूडे हनुमान मंदिर में मनाया जाता है। इस वर्ष भव्य तरीके से आयोजन को भक्तों ने मनाया है।

मंदिर और परिसर की फूलों से आकर्षक सजावट की गई। सुबह से ही भक्तों नें दर्शन पूजन किया। देर रात्रि तक आयोजन हुए। संगीतमयी अखंड संकीर्तन के बाद भंडारा कराया गया। जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। शाम को महाआरती के बाद ठंढई, भांग और बूंदी का प्रसाद वितरित किया गया। भक्तों नें जय बजरंगी जय श्री राम के जयकारे लगाए। हनुमान चालीसा और सुंदर काण्ड के पाठ भी हुए। बताते चलें कि लगभग पांच सौ वर्ष पूर्व बूडे हनुमानजी की स्थापना हुई थी। मूर्ति मंदाकिनी नदी में डूबी हुई मिली थी। जिसे बाद में नदी के नजदीक ही टीले पर स्थापित कर दिया गया था।

नदी में डूबे मिले इसलिए वह बूढ़े हनुमान कहलाए। इस मौके पर महंत रामहृदय दास महराज, गंगा आरती के पुजारी केशरी तिवारी, आनंद सिंह पटेल, हेमू तिवारी, विक्की अग्रवाल, बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह, जगदंबिका पाठक, सतीश मिश्रा, रामकुमार कुशवाहा समेंत हजारों भक्तों की मौजूदगी रही।