महिला नेता पर अमर्यादित टिप्पणी पर अखिलेश के करीबी पर मुकदमा दर्ज

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महिला नेता पर अमर्यादित टिप्पणी पर अखिलेश के करीबी पर मुकदमा दर्ज

महिला नेता पर अमर्यादित टिप्पणी पर अखिलेश के करीबी पर मुकदमा दर्ज

समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर मनीष जगन अग्रवाल


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर मनीष जगन अग्रवाल के खिलाफ प्रयागराज के शिवकुटी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है। उनके खिलाफ IPC की धारा 354 बी, 507, 509 और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत केस दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ ये मामला समाजवादी पार्टी से निष्कासित महिला नेता ऋचा सिंह के खिलाफ अमर्यादित बयानबाजी के बाद दर्ज हुआ है और अब मनीष जगन की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

मनीष जगन को इस साल की शुरुआत में भी गिरफ्तार किया गया था, तब उन्हें छुड़ाने के लिए अखिलेश यादव लखनऊ में डीजीपी आफिस तक चले गए थे। वहीं अब एक बार फिर उनकी गिरफ्तारी की संभावना बन रही है। उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने वाली ऋचा सिंह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष रह चुकी हैं और वो समाजवादी पार्टी के टिकट पर दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं।

उन्होंने जो FIR मनीष जगन के खिलाफ दर्ज करवाई है, उसमें जगन से उनकी जान को खतरा भी बताया है।उन्होंने बताया है कि जगन ने ट्वीट कर ऋचा के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की थीं। उन्होंने मनीष पर घटिया और अमर्यादित शब्दों के इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया है।

पहले भी मनीष जगन पर हमला बोलती रही हैं ऋचा

पहले भी ऋचा सिंह समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर मनीष जगन जैसे लोगों को बढ़ावा देने और उन्हें संरक्षण देने का आरोप लगा चुकी हैं। ऋचा ने बिना नाम लिए कहा था कि एक पार्टी के प्रमुख न जाने किस मजबूरी में लंपट, महिला विरोधी और अराजक तत्वों को बचाने के लिए डीजीपी ऑफिस चले जाते हैं। ऋचा ने नाम भले ही न लिया हो, लेकिन उनका निशाना अखिलेश यादव पर ही था।

ऋचा की पहचान समाजवादी पार्टी की फायर ब्रांड नेता के तौर पर बनी थी, लेकिन इसी साल की शुरुआत में पार्टी ने उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में बर्खास्त कर दिया था। ऋचा दो बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के खिलाफ प्रयागराज की शहर पश्चिमी सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं। वह काफी समय तक पार्टी की प्रवक्ता भी रहीं।

अनुशासनहीनता पर अखिलेश ने पार्टी से निकाला था

हालांकि वो बाद में समाजवादी पार्टी के नेताओं से अलग लाइन पर बयान देने लगीं। स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा उठाया अगड़ों-पिछड़ों का मामला हो या रामचरित मानस पर दिया बयान, ऋचा ने उनकी खिलाफत की। अखिलेश यादव ने इसे अनुशासनहीनता माना और ऋचा को समाजवादी पार्टी से निकाल दिया। उसके बाद से ऋचा किसी पार्टी में भले ही शामिल न हुई हों, लेकिन सपा पर उनका हमला जारी है।

अब एक बार फिर उन्होंने समाजवादी पार्टी के मनीष जगन के खिलाफ FIR दर्ज करा दी है। इसी के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के डीजीपी से मनीष जगन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।  उन्होंनेराष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष को भी इस मामले में दखल देने के लिए पत्र लिखा है।