BJP नेता ने नौकरी के नाम पर थमाया फर्जी नियुक्ति पत्र, रोजगार मेले हुआ ये खेला

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BJP नेता ने नौकरी के नाम पर थमाया फर्जी नियुक्ति पत्र, रोजगार मेले हुआ ये खेला

BJP नेता ने नौकरी के नाम पर थमाया फर्जी नियुक्ति पत्र, रोजगार मेले हुआ ये खेला

अयोध्या में एक बेरोजगार युवक को सरकारी रोजगार मेले


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। अयोध्या में एक बेरोजगार युवक को सरकारी रोजगार मेले में फर्जी नियुक्ति पत्र देने का मामला सामने आया है। सरकारी रोजगार मेले में यह नियुक्ति पत्र किसी और के हाथों नहीं, बल्कि बीजेपी के विधायक रामचंद्र यादव के हाथों दिया गया है। एसडीएम रुदौली की मौजूदगी में युवक को यह पत्र दिया गया, जिसका बकायदा फोटो सेशन भी हुआ। लेकिन ये मामला केवल यहीं तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि पीड़ित युवक ने य भी आरोप लगाया है कि उससे फर्जी नियुक्ति पत्र के एवज में फर्जी कंपनी ने 8200 रुपये भी ऐंठ लिए।

क्या है पूरा मामला?

मामला रुदौली विधानसभा क्षेत्र के तहसील परिसर में 21 जून को आयोजित सरकारी रोजगार मेले का है। इस दौरान सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ मुख्य अतिथि के रूप में रुदौली विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान विधायक रामचंद्र यादव भी मौजूद थे। विधायक के हाथों यहां कई बेरोजगार युवकों को नियुक्ति पत्र दिये गये।

इसी दौरान गोसाईगंज विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले विशाल सोनी का सलेक्शन मैनकाइंड हेल्थ केयर सर्विसेज में बतौर डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर हुआ, जिसका नियुक्ति पत्र देने के लिए उन्हें रुदौली तहसील परिसर में रोजगार मेले में बुलाया गया था।

फर्जी कंपनी ने मांगे पैसे

नियुक्ति पत्र पाने के बाद विशाल सोनी काफी प्रसन्न थे। मैनकाइंड हेल्थ केयर सर्विसेज कंपनी की तरफ से उन्हें प्रतिमाह 19000 से लेकर 25000 तक के वेतन का आश्वासन दिया गया। लेकिन विशाल का कहना है कि दो-तीन दिन के बाद जब दफ्तर में फोन लगाकर संपर्क किया तो उसे गोरखपुर में कंपनी में ट्रेनिंग के नाम पर 3200 की ट्रांजैक्शन करने की बात कही गई।

विशाल सोनी ने कंपनी की तरफ से दिये गये खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिये। इसके बाद विशाल को लखनऊ बुलाया गया। जहां पर ड्रेस, आईकार्ड और कंपनी की कुछ सेवाएं देने के नाम पर सिक्योरिटी मनी के तहत 5000 और जमा करने को गया। विशाल सोनी ने दोबारा कंपनी को 5000 रुपये ट्रांसफर कर दिये।

लेकिन एक दिन विशाल सोनी जब कंपनी के दिये गये पते पर लखनऊ पहुंचा तो उसका माथा ठनक गया। पता चला कि इस पते पर कोई दफ्तर है ही नही। आस-पास खोजबीन करने के बाद भी जब कंपनी के कार्यालय का कोई पता नहीं चला तब विशाल सोनी ने अपने साथ ठगी की शिकायत एसडीएम रुदौली को दी।