आगरा में शिव मंदिर की गिरी छत, 10-12 श्रद्धालु मलबे में दबे, 1 की मौत

आगरा में सोमवार सुबह शिव मंदिर की छत गिर गई
पब्लिक न्यूज़ डेस्क। आगरा में सोमवार सुबह शिव मंदिर की छत गिर गई। हादसे में एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई। जबकि मलबे में 10 से 12 श्रद्धालु दब गए। सूचना पर पुलिस और रेस्क्यू की टीम मौके पर पहुंचीं। मलबे से 7 लोगों को अब तक निकाला जा चुका है। इनमें एक की हालत गंभीर है।
हादसा शाहगंज क्षेत्र में राधे वाली गली के शिव मंदिर का है। दरअसल, सावन का सोमवार होने के चलते मंदिर में कांवड़ चढ़ाई जा रही थी। मोहल्ले के कुछ युवक पहली बार डाक कांवड़ लेकर आए थे। रात से मंदिर में कांवड़ की तैयारी चल रही थीं। सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ थी। मंदिर में हर हर महादेव के जयकारे लग रहे थे। तभी अचानक मंदिर परिसर की छत गिर गई। जयकारों के बीच लोगों के चीखने की आवाज आने लगी। मंदिर में भगदड़ मच गई। चीख पुकार सुनकर आस-पड़ोस के लोग आए। मलबे के नीचे ज्यादातर महिलाएं दब गई थीं। स्थानीय लोगों ने उन्हें निकाला।
प्रसाद बंटने के बाद गिरी छत
प्रत्यक्षदर्शी बंटू शर्मा ने बताया कि मोहल्ले के कुछ युवक कांवड़ लेकर आए थे। सुबह 7 बजे के करीब मंदिर में कांवड़ चढ़ाई गई। मंदिर गली नंबर 14 में है। मंदिर का एक रास्ता गली नंबर 15 से भी है। सुबह जब कांवड चढ़ रही थीं तो मंदिर करीब 500 लोग थे। जो छज्जा गिरा है, उसके नीचे ही करीब 100 महिलाएं खड़ी थीं। प्रसाद वितरण के बाद लोग जाने लगे। मगर, गली नंबर 15 की महिलाएं वहीं खड़ी रहीं। प्रसाद बांटते में अचानक छज्जा गिर गया। उसमें आठ महिलाएं दबीं। सबको निकालकर पास के प्राइवेट हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया।
बारिश के चलते हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि शिव मंदिर काफी पुराना है। वहीं, आगरा में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है। इसके चलते, कच्ची छत कमजोर हो गई थी और वह गिर पड़ी। पुलिस के मुताबिक, मलबे से निकाले गए सभी लोगों को अस्पताल ले जाया गया है। वहां एक महिला ज्योति की मौत हो गई है। वहीं, उसकी मां ओमवती नाम की हालत गंभीर है। वहीं घायलों में ओमवती, रानी, पूनम, ओमवती, केशू, मिथिलेश घायल हो गए।
भीड़ ज्यादा, कैंपस छोटा था
स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर का कैंपस छोटा था। जबकि सोमवार और कावड़ के चलते काफी भीड़ थी। मंदिर की छत भी जीर्ण-शीर्ण हो चुकी थी। इसलिए, यह हादसा हुआ। फिलहाल, इस पूरी घटना को लेकर मोहल्ले के लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि मंदिर के रेनोवेशन पर ध्यान नहीं दिया गया। वरना, यह हादसा नहीं होता।
प्रत्यक्षदर्शी बंटू शर्मा ने बताया कि मोहल्ले के युवक पहली बार डाक कांवड लाए थे। रात से मंदिर में कांवड की तैयारी चल रही थीं। मंदिर गली नंबर 14 में है। मंदिर का एक रास्ता गली नंबर 15 से भी है। सुबह जब कांवड चढ़ रही थीं तो मंदिर करीब 500 लोग थे। जो छज्जा गिरा है, उसके नीचे ही करीब 100 महिलाएं खड़ी थीं। प्रसाद वितरण के बाद लोग जाने लगे। मगर, गली नंबर 15 की महिलाएं वहीं खड़ी रहीं। प्रसाद बांटते में अचानक छज्जा गिर गया। उसमें आठ महिलाएं दबीं। सबको निकालकर पास के प्राइवेट हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया।