इंतजार ख़त्म-देश में कभी भी शुरू हो सकता कोविड का वैक्सीनेशन

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इंतजार ख़त्म-देश में कभी भी शुरू हो सकता कोविड का वैक्सीनेशन

इंतजार ख़त्म-देश में कभी भी शुरू हो सकता कोविड का वैक्सीनेशन


वैक्सीन लेना सभी के लिए अनिवार्य नही है

कोरोना वायरस की वैक्सीन से अब भारत के लोग महज चंद कदम ही दूर है। ऐसे में लोगो के जेहन में वैक्सीन लगाने को लेकर कई तरह के सवाल है। मसलन टीकाकरण कब शुरू होगा? किन लोगों को पहले वैक्सीन दिया जाएगा? संक्रमित हो चुके लोगों को भी टीका लगाया जाएगा या नहीं? वैक्सीन कितने डोज लेने होंगे? आज इन सभी सवालों का जवाब स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिया गया है। मन्त्रालय ने बताया कि सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रन्ट लाईन वर्कर्स को टीके की डोज दी जायेगी। उसके बाद 50 साल से ऊपर के लोगो का टीकाकरण होगा। टीके के पंजीकरण के लिए फोटो युक्त आई डी को अनिवार्य किया गया है। साथ ही वैक्सीन लेना सभी के लिए अनिवार्य नही है।
रजिस्ट्रेशन के समय आप जिस फोटो आई डी को देंगे, उन्हें टीकाकरण के समय प्रस्तुत करना होगा। यह रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन के समय दिखाना होगा ताकि पता चले कि सही व्यक्ति को टीका लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि टीके के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि दस्तावेज मान्य होंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि प्रारम्भिक चरण में कोविड-19 के टीके स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले प्राथमिकता समूह को दिए जाएंगे। टीके की उपलब्धता के आधार पर 50 से ज्यादा उम्र वालों को भी इसकी खुराक दी जा सकती है। चिन्हित लोगों को टीकाकरण और उसके समय के बारे में उनके मोबाइल नंबर पर सूचना दी जाएगी। स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीकाकरण के लिए क्यों चुना गया है इस पर मंत्रालय ने कहा है कि सरकार अत्यंत जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता दे रही है कि उन्हें सबसे पहले टीके की खुराक मिले।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कोविड-19 के टीके की खुराक लेना व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करेगा यानी कि टीका लगवाना अनिवार्य नहीं होगा। मंत्रालय ने कहा, ''कोविड-19 का टीका लेना व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करेगा। हालांकि टीके की पूरी खुराक लेने की सलाह दी जाती है।'' मंत्रालय ने कहा कि दूसरी खुराक लेने के दो हफ्ते बाद शरीर में एंटीबॉडी का सुरक्षात्मक स्तर तैयार होता है। मंत्रालय ने कहा कि पूर्व में कोविड-19 से संक्रमित हो चुके लोगों को भी कोरोना वायरस के टीके की पूरी खुराक लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे बीमारी के खिलाफ मजबूत प्रतिरोधक क्षमता तैयार होगी।
भारत में कोविड-19 के छह टीकों के परीक्षण चल रहे हैं। इसमें आईसीएमआर के साथ तालमेल से भारत में बायोटेक द्वारा विकसित टीका, जायडस कैडिला, जेनोवा, ऑक्सफोर्ड के टीके पर परीक्षण चल रहा है। रूस के गमालेया राष्ट्रीय केंद्र के साथ तालमेल से हैदराबाद में डॉ रेड्डी लैब में स्पूतनिक वी के टीके और एमआईटी, अमेरिका के साथ तालमेल से हैदराबाद में बायोलोजिकल ई लिमिटेड द्वारा विकसित टीका भी शामिल हैं। 

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