राजस्थान में बड़ा रेल हादसा, सूर्यनगरी एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरे

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राजस्थान में बड़ा रेल हादसा, सूर्यनगरी एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरे

राजस्थान में बड़ा रेल हादसा, सूर्यनगरी एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरे

बांद्रा से जोधपुर आ रही सूर्यनगरी एक्सप्रेस सोमवार की अल सुबह राजस्थान के पाली में डीरेल हो गई है।


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। बांद्रा से जोधपुर आ रही सूर्यनगरी एक्सप्रेस सोमवार की अल सुबह राजस्थान के पाली में डीरेल हो गई है। इस ट्रेन की 11 बोगियां पटरी से उतर गई. इस हादसे के वक्त ट्रेन में सवार सभी यात्री गहरी नींद में थे।अचानक ट्रेन से तेज आवाज होने पर सभी उठ गए और भगदड़ मच गई। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है। उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआर के मुताबिक हादसे की सूचना मिलते ही जोधपुर से राहत ट्रेन मौके पर भेज दी गई है। बताया जा रहा है कि इस हादसे में 17 लोग घायल हो गए।

यह हादसा सुबह करीब साढ़े तीन बजे का है। बांद्रा टर्मिनस से जोधपुर को चलने वाली सूर्यनगरी एक्सप्रेस अपने नीयत समय पर चल रही थी। अज्ञात कारणों की वजह से इस ट्रेन के इंजन समेत आठ बोगियां पाली जिले के राजकीवास बोमादरा सेक्शन में आने के बाद पटरी से उतर गई। इस हादसे के बाद ट्रेन में तेज तेज आवाज होने लगी। ऊपर की बर्थ पर सो रहे कई यात्री नीचे गिर गए। वहीं नीचे वाले यात्री भी उठकर बैठ गए। इस आवाज और ट्रेन की बोगियों के उछलने की वजह से यात्री डर गए और भगदड़ मच गई। यह स्थिति करीब पांच मिनट तक रही। इसके बाद ट्रेन रूक गई।

उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ ने बताया कि इस हादसे में कोई जन हानि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि कुछेक यात्रियों को चोट लगी होगी। फिलहाल जोधपुर से राहत ट्रेन को मौके पर रवाना कर दिया गया है। इस ट्रेन के पहुंचने के बाद वास्तविक स्थिति सामने आएगी। ट्रेन में सवार एक यात्री ने बताया कि मारवाड़ जंक्शन से प्रस्थान करने के 5 मिनट के भीतर ट्रेन के अंदर कंपन की आवाज सुनाई दी और 2-3 मिनट के बाद ट्रेन रुक गई। हम नीचे उतरे और देखा कि कम से कम 11 स्लीपर क्लास के डिब्बे पटरी से उतरे हुए थे। 15-20 मिनट में एंबुलेंस आ गई और राहत कार्य शुरू हो सका।

जानकारी के मुताबिक हादसे के वक्त सभी यात्री गहरी नींद में थे। अचानक हादसे के बाद नींद खुलने और तेज तेज आवाज की वजह से पहले तो लोग कुछ समझ ही नहीं पाए। थोड़ी देर में जब चेतना हुई तो लोगों को खतरे का एहसास हुआ। यात्रियों को लगा कि अब ट्रेन पलट जाएगी।   इसके बाद तो भगदड़ मच गई। लोग चिल्लाने लगे और इधर से उधर भागने लगे।