घाटी में कश्मीरी युवकों को अब पत्थर नहीं हथगोले देकर फंसा रहा ISI

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घाटी में कश्मीरी युवकों को अब पत्थर नहीं हथगोले देकर फंसा रहा ISI

घाटी में कश्मीरी युवकों को अब पत्थर नहीं हथगोले देकर फंसा रहा ISI


पब्लिक न्यूज डेस्क। अपनी योजनाओं में लगातार विफल हो रहे आतंकवादी (Terrorist) अब जम्मू-कश्मीर (jammu-kashmir) में नए सिरे से अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। लंबे समय तक चुप रहने के बाद घाटी में आतंकी अब कश्मीरी युवाओं को फंसाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। लंबे समय तक घाटी में आतंकवादी संगठनों में शामिल होने वाले कश्मीरी युवाओं को सुरक्षा बलों से हथियार छीनने या पत्थर फेंकने को लेकर भुगतान किया जाता था, लेकिन अब उन्होंने युवाओं को बरगलाने का नया तरीका निकाला है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कश्मीर में ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) को बड़ी संख्या में हैंड ग्रेनेड दिए गए हैं। ये OGW पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के इशारे पर युवाओं को पत्थर की जगह हथगोले फेंकने के लिए उकसा रहे हैं। इससे दो मकसद पूरे हो रहे हैं। पहले तो इससे सुरक्षाबलों को ज्यादा नुकसान होगा दूसरा ग्रेनेड फेंकने के बाद इन युवाओं के पास आतंकी संगठन में जाने के अलावा कोई चारा नहीं होगा। बड़ी संख्या में युवाओं को जोड़ने के लिए आतंकी संगठन अब इस योजना का इस्तेमाल कर रहे हैं।

बुरी तरह फंस रहे कश्मीर युवक
सुरक्षा बलों को यह भी जानकारी मिली है कि इस योजना के लिए न केवल युवाओं को पैसे दिए जा रहे हैं, बल्कि ग्रेनेड देते समय उनकी तस्वीरें भी ली जा रही हैं, ताकि बाद में मना करने पर उन्हें ब्लैकमेल किया जा सके। सुरक्षाबलों को मिली जानकारी के मुताबिक, कश्मीर के सफाकदल एमआर गंज, मलंगपोरा पडगमपोरा, अचबल, चीनी चौक, डंगरपोरा शेरबाग, लासजन बाईपास पंथा चौक इलाकों में ओजीडब्ल्यू कश्मीरी युवाओं को भड़का रहे हैं। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकी कैंप में हड़कंप मच गया है।

पीओके में आतंकी कैंपों की संख्या बढ़ी
सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक, इनके मास्टरमाइंड आतंकियों की भारत में घुसपैठ की साजिशों में लिप्त हैं। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में तीन नए आतंकी कैंप सक्रिय किए गए हैं, जिससे अब आतंकी कैंपों की संख्या 17 से बढ़कर 20 हो गई है। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक भारत पाकिस्तान के बीच फरवरी में हुए संघर्ष विराम के बाद से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ की साजिशों में जुट गई है। उरी में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से छह आतंकियों के घुसपैठ की सूचना मिलने के बाद सेना पिछले दो दिनों से लगातार आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान में जुटी है। इन आतंकियों के बारे में जानकारी मिली है कि ये ऐसे आतंकी कैंपों से ट्रेनिंग लेकर जम्मू-कश्मीर में किसी भी बड़े आतंकी हमले की साजिश में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं।

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