इंडिया अलायंस और एनडीए की टक्कर में दो दलों की भूमिका बड़ी हो गई जानिए

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इंडिया अलायंस और एनडीए की टक्कर में दो दलों की भूमिका बड़ी हो गई जानिए

 इंडिया अलायंस और एनडीए की टक्कर में दो दलों की भूमिका बड़ी हो गई जानिए 

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम के रुझान चौंका रहे हैं इस बार कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया गठबंधन शानदार प्रदर्शन करता नजर आ


पब्लिक न्यूज़ डेस्क- लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम के रुझान चौंका रहे हैं। इस बार कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया गठबंधन शानदार प्रदर्शन करता नजर आ रहा है। रुझानों के अनुसार, बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 295 और इंडिया गठबंधन को 242 सीटों पर बढ़त मिलती नजर आ रही है। बता दें कि केंद्र में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 272 है। ऐसे में बीजेपी को बड़ा झटका भी लग सकता है। अगर कुछ सीटें इधर-उधर हुईं तो बीजेपी का सरकार बनाना मुश्किल हो जाएगा। इस बीच सियासी गलियारों और सोशल मीडिया पर एक कैल्कुलेशन की चर्चा हो रही है। जिसमें इंडिया गठबंधन के पास सरकार बनाने के समीकरण की बात कही जा रही है। दरअसल, आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू और बिहार में नीतीश कुमार किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं। इंडिया गठबंधन के पास अगर 242 का आंकड़ा रहता है तो वह टीडीपी और जेडीयू के साथ मिलकर सरकार बना सकती है। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) 16 और जनता दल यूनाइटेड (JDU) 14 सीटों पर आगे चल रही है।

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दोनों दलों के पास अगर 30 सीटों का आंकड़ा आ जाता है तो इंडिया गठबंधन 272 के आंकड़े तक पहुंच सकता है। इसके अलावा किसी भी खतरे से बचने के लिए निर्दलीय और अन्य दलों के साथ हाथ मिलाया जा सकता है। हालांकि इसके एवज में दोनों की डिमांड बड़ी हो सकती है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी भी बड़ी भूमिका में है। टीएमसी 29 सीटों पर आगे है। हालांकि राज्य में उसने अकेले चुनाव लड़ा था, लेकिन वह केंद्र में इंडिया गठबंधन के साथ है।टीडीपी और जेडीयू वैसे तो एनडीए के साथ हैं, लेकिन इनका इतिहास पहले भी पलटी मारने का रहा है। नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन के साथ थे, लेकिन ऐन मौके पर उन्होंने पलटी मारते हुए एनडीए का दामन थाम लिया था। वहीं टीडीपी की बात की जाए तो चंद्रबाबू नायडू का इतिहास भी कुछ ऐसा ही रहा है। वह कभी सहयोगी दल तो कभी विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं।इस बार विधानसभा चुनाव में उन्होंने एनडीए के साथ चुनाव लड़ा, लेकिन 133 सीटों पर जीत के साथ बढ़ रही टीडीपी अकेले भी सरकार बनाने की स्थिति में है। ऐसे में वह राज्य और केंद्र में एनडीए का दामन छोड़ सकती है। बताते चलें कि चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी ला चुकी है।

कहा जा रहा है कि इन नतीजों से बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है। अमित शाह लगातार अपने सहयोगी दलों से मीटिंग कर रहे हैं। एनडीए ने कल दिल्ली में सहयोगी दलों की मीटिंग बुलाई है।