पाकिस्तान के हालत पर फारूक अब्दुल्ला बोले- मुल्क में जो रहा उससे लगता है कि यह देश बच भी नहीं पाएगा

  1. Home
  2. देश

पाकिस्तान के हालत पर फारूक अब्दुल्ला बोले- मुल्क में जो रहा उससे लगता है कि यह देश बच भी नहीं पाएगा

पाकिस्तान के हालत पर फारूक अब्दुल्ला बोले- मुल्क में जो रहा उससे लगता है कि यह देश बच भी नहीं पाएगा

इमरान खान की गिरफ्तारी के तीसरे दिन बाद भी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के हालात


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। इमरान खान की गिरफ्तारी के तीसरे दिन बाद भी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के हालात में कोई भी सुधार नहीं हुआ है. इस्लाबाद से लेकर कराची तक पीटीआई समर्थक सड़क पर उतर कर आगजनी और हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं. पाकिस्तान की राजनीति में आई इस अस्थिरता को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि यह देश बचेगा या नहीं, यह कोई नहीं जानता है.

जम्मू-कश्मीर के शोपियां में एक सभा को संबोधित करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जितना पाकिस्तान ठीक होगा उतना ठीक हम हैं. उन्होंने पड़ोसी मुल्क के मौजूदा हालात का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान में अस्थिरता है, पता नहीं यह देश बचेगा या नहीं.

वहीं, घाटी में आतंकवाद के मुद्दे पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने दावा किया कि आईबी अहम जानकारी उपलब्ध कराने वाले 1500 युवाओं को 15000 रुपए प्रति महीने दे रही है और जानकारी हासिल कर रही है, लेकिन शायद वे यह नहीं जानते हैं कि वो भी इसी तरह मारे जाएंगे.

फारूक बोले- देश में धर्म के आधार पर बांटा जा रहा

उन्होंने देश को लेकर भी चिंता जताते हुए कहा कि यहां भी लोगों को धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है. डॉ फारूक अब्दुल्लाह ने कहा हिंदू मुस्लिम और सिख को अलग खड़ा करके धर्म की पहचान खत्म की जा रही है. इस वक्त हमें जम्मू कश्मीर की पहचान बचाने की आवश्यकता है.

पाकिस्तान में अस्थिरता हमारे लिए खतरनाक’

एक दिन पहले यानी बुधवार को अब्दुल्ला ने कहा कि था कि पाकिस्तान में अस्थिरता हमारे लिए खतरनाक है. शांति के लिए पाकिस्तान का स्थिर होना बहुत जरूरी है और यह लोगों को लिए भी बेहतर होगा. उन्होंने कहा था कि यह हमारा काम नहीं है कि हम पाकिस्तान को बताएं कि वो लोकतंत्र और राजनीति को किस तरह से मैनेज करे.

पाकिस्तान में अस्थिरता हमारे लिए खतरनाक’

एक दिन पहले यानी बुधवार को अब्दुल्ला ने कहा कि था कि पाकिस्तान में अस्थिरता हमारे लिए खतरनाक है. शांति के लिए पाकिस्तान का स्थिर होना बहुत जरूरी है और यह लोगों को लिए भी बेहतर होगा. उन्होंने कहा था कि यह हमारा काम नहीं है कि हम पाकिस्तान को बताएं कि वो लोकतंत्र और राजनीति को किस तरह से मैनेज करे.