‘आपदा आसमानी हो या जमीनी, निपटना जानता है ओडिशा…’, राज्यपाल गणेशी लाल ने कहा...

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‘आपदा आसमानी हो या जमीनी, निपटना जानता है ओडिशा…’, राज्यपाल गणेशी लाल ने कहा...

‘आपदा आसमानी हो या जमीनी, निपटना जानता है ओडिशा…’, राज्यपाल गणेशी लाल ने कहा...

ओडिशा के बालासोर जिले में हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे में अब तक 261 लोगों की मौत हो चुकी है,


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। ओडिशा के बालासोर जिले में हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे में अब तक 261 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 900 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं। शनिवार को ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने बालासोर के सीएचसी में भर्ती घायलों से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों भी संवाद किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि केंद्र पल-पल की अपडेट ले रही है। राज्य सरकार को केंद्र का पूरा समर्थन है। ओडिशा सरकार किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम है।

राज्यपाल गणेशी लाल ने कहा कि ओडिशा एक ऐसा राज्य है जो हर प्रकार की चुनौतियों का सामना करता है चाहे वह जमीनी हो या आसमानी। हमने इस चुनौती को भी स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और उनकी टीम सब मिलकर इसका मुकाबला करेंगे।

दो केंद्रीय मंत्रियों ने डाला डेरा

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और बालासोर से बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी ने ओडिशा के बालासोर के अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बालासोर के जिला अस्पताल का दौरा किया और ट्रेन दुर्घटना में घायलों से मुलाकात की। दक्षिण पूर्व रेलवे के मुताबिक, हादसे में 261 लोगों की मौत हुई थी और करीब 9000 लोग घायल हुए हैं। घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

राहत-बचाव का काम पूरा

हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से राहत-बचाव का काम शुरू किया। इसके बाद एनडीआरएफ की कई टीमें, पांच ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स यूनिट और 24 फायर सर्विसेज और इमरजेंसी यूनिट बचाव कार्यों में लगाई गईं। 100 से अधिक मेडिकल टीमों को इलाज के लिए दुर्घटनास्थल पर भेजा गया।

33 ट्रेनें रद्द और 36 का मार्ग बदला

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के डीजी अतुल करवाल ने एएनआई को बताया कि एनडीआरएफ की नौ टीमें, 300 से अधिक बचाव दल बचाव प्रयासों में एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय में काम कर रही हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे ने 33 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 36 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया है।