सतीश कौशिक की मौत मामले में नया मोड़, फार्म हाउस से ‘दवाईयां’ बरामद, गेस्ट लिस्ट खंगाल रही पुलिस

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सतीश कौशिक की मौत मामले में नया मोड़, फार्म हाउस से ‘दवाईयां’ बरामद, गेस्ट लिस्ट खंगाल रही पुलिस

सतीश कौशिक की मौत मामले में नया मोड़

बॉलीवुड एक्टर और डायरेक्टर सतीश कौशिक की मौत की गुत्थी उलझती दिख रही है।


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। बॉलीवुड एक्टर और डायरेक्टर सतीश कौशिक की मौत की गुत्थी उलझती दिख रही है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस का कहना है कि वे अभिनेता सतीश कौशिक मौत के सही कारण जानने के लिए विस्तृत पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, जिला पुलिस की अपराध टीम ने दक्षिण पश्चिम दिल्ली में उस फार्महाउस का दौरा किया जहां पार्टी आयोजित की गई थी और कुछ ‘दवाएं’ बरामद की है। सूत्रों के मुताबिक, एक उद्योगपति के फार्म हाउस पर पार्टी का आयोजन किया गया था। पुलिस मेहमानों की सूची खंगाल रही है। पार्टी में एक उद्योगपति शामिल था जो एक मामले में वांछित है।

फार्महाउस पर रह रहे थे सतीश कौशिक

सूत्रों ने शनिवार को बताया कि 66 साल के सतीश कौशिक के निधन के बाद दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले की पुलिस की एक टीम ने उस फार्महाउस का दौरा किया, जहां दिवंगत अभिनेता रह रहे थे। पुलिस यह पता लगाने के लिए मेहमानों की सूची खंगाल रही है कि फार्महाउस में कौन-कौन मौजूद था।

बता दें कि अभिनेता और फिल्म निर्माता सतीश कौशिक का बुधवार को गुरुग्राम में निधन हो गया था। एक दिन पहले यानी 7 मार्च को सतीश कौशिक ने मुंबई में शबाना आज़मी और जावेद अख्तर की होली पार्टी में शिरकत की थी। सूत्रों ने कहा कि वह एक करीबी दोस्त की होली पार्टी में शामिल होने के लिए दिल्ली गए थे।

बुधवार को दिन में होली खेलने के बाद आधी रात करीब 12.10 बजे सतीश कौशिक ने बेचैनी की शिकायत की। इसके बाद उनके मैनेजर ने उन्हें फोर्टिस अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स ने सतीश कौशिक को बचाने की काफी कोशिश की थी। मगर तब तक वे दम तोड़ चुके थे। बता दें कि उनकी मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई है।

बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे सतीश कौशिश

सतीश कौशिक बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। एक्टर, राइटर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के तौर पर सतीश कौशिक ने बॉलीवुड में काम किया। उन्होंने अपने कॉमिक सेंस से भी अपनी अलग पहचान बनाई थी। उन्होंने 1980 और 1990 के दशक में ‘मिस्टर इंडिया’, ‘साजन चले ससुराल’ और ‘जुदाई’ जैसी लोकप्रिय फिल्मों में अपने काम के लिए पहचान हासिल की। उन्हें एक लेखक और निर्देशक के रूप में उनके काम के लिए भी जाना जाता था, उन्होंने ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ और ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था।