मल्लिकार्जुन खड़गे ने नई कांग्रेस वर्किंग कमेटी का किया ऐलान, साधे कई सियासी फायदे!

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मल्लिकार्जुन खड़गे ने नई कांग्रेस वर्किंग कमेटी का किया ऐलान, साधे कई सियासी फायदे!

मल्लिकार्जुन खड़गे ने नई कांग्रेस वर्किंग कमेटी का  किया ऐलान, साधे कई सियासी फायदे!

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी का ऐलान कर दिया।


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी का ऐलान कर दिया। इस कमेटी में कुल 39 नेताओं को जगह मिली है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी को भी कमेटी में जगह मिली है। हालांकि ये सभी पहले भी कमेटी के मेंबर थे। बता दें कि खड़गे ने अध्यक्ष बनने के बाद अक्टूबर 2022 में तत्कालीन कमेटी को भंग कर दिया था।

खड़गे ने आगामी चुनाव को देखते हुए एक बैलेंस टीम बनाई है। कमेटी में राजस्थान से सचिन पायलट और महेंद्रजीत सिंह मालवीया, एमपी से दिग्विजय सिंह और कमलेश्वर पटेल और छत्तीसगढ़ से ताम्रध्वज साहू को शामिल किया गया है। वहीं खड़गे के सामने कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने वाले शशि थरूर को भी कमेटी में शामिल किया गया है।

देश में इस साल हिंदी हार्ट लैंड के तीन राज्यों विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके बाद अगले साल मई में लोकसभा चुनाव। इसी को ध्यान में खड़गे ने अपनी 39 सदस्यीय नई टीम का ऐलान किया है। आइये नजर डालते हैं चुनावी राज्यों पर।

राजस्थान

राजस्थान में इस साल दिसंबर में चुनाव प्रस्तावित हैं। इससे पहले यहां के 5 नेताओं को कमेटी में स्थान मिला है। सचिन पायलट जो कि जुलाई 2020 के बाद से सरकार और संगठन से बेदखल थे। अब उन्हें इस कमेटी में जगह मिली है। सचिन पालयट के अलावा आदिवासी बेल्ट से आने वाले गहलोत सरकार में मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया, पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह, अभिषेक मनु सिंघवी, हरीश चौधरी को पंजाब प्रभारी के तौर पर कमेटी में शामिल किया है। इसके अलावा मोहन प्रकाश और पवन खेड़ा को भी कमेटी मंे जगह मिली है।

मध्यप्रदेश 

वहीं मध्यप्रदेश से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री इंद्रजीत पटेल के बेटे कमलेश्वर पटेल को कमेटी में जगह मिली है। पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन स्थायी आमंत्रित सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। हालांकि इस कमेटी में पीसीसी चीफ कमलनाथ को शामिल नहीं किया गया। कांग्रेस के जानकारों की मानें तो पीसीसी चीफ का पद उनके पास पहले से है इसलिए उनको इस लिस्ट से बाहर रखा गया।

छत्तीसगढ़

इस राज्य में फिलहाल कांग्रेस की सरकार है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी में यहां से ताम्रध्वज साहू और फूलो देवी नेताम को जगह मिली है। हालांकि नेताम स्थायी आमंत्रित सदस्य है। साहू ने 2014 में दुर्ग लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। इन दोनों के अलावा एक और नाम टीएस सिंह देव भी थे। हालांकि कुछ दिनों पहले कांग्रेस हाईकमान ने इनको छत्तीसगढ़ का डिप्टी सीएम बना दिया। इससे यह कयास लगाए जा रहे थे कि उनको कमेटी में शायद ही जगह मिले।

एक नजर में कांग्रेस वर्किंग कमेटी

बता दें कि अध्यक्ष बनने के बाद खड़गे पिछले साल अक्टूबर में 23 सदस्यीय वर्किंग कमेटी को भंग कर दिया था। उसके स्थान पर 47 सदस्यीय संचालन समिति बनाई गई थी। वर्किंग कमेटी में पार्टी की सबसे ताकतवर बाॅडी है। यह पार्टी की सबसे ताकतवर इकाई होती है। पार्टी के संविधान की व्याख्या और लागू करने का अधिकार इस कमेटी के पास होता है। यह कमेटी ही कांग्रेस अध्यक्ष को उसके पद से हटा सकती है।