Karnataka : खेत से चुरा ले गए 2.5 लाख के टमाटर, महिला किसान बोली- कर्ज लेकर की थी खेती

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Karnataka : खेत से चुरा ले गए 2.5 लाख के टमाटर, महिला किसान बोली- कर्ज लेकर की थी खेती

Karnataka : खेत से चुरा ले गए 2.5 लाख के टमाटर, महिला किसान बोली- कर्ज लेकर की थी खेती

कर्नाटक में एक महिला किसान के खेत से टमाटर चोरी किए जाने का मामला


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। कर्नाटक में एक महिला किसान के खेत से टमाटर चोरी किए जाने का मामला सामने आया है। महिला किसान ने दावा किया है कि उनके खेत से बदमाशों ने 2.5 लाख रुपये के टमाटर चोरी कर लिए हैं। महिला किसान ने इस संबंध में हलेबीडु पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है।

मुताबिक, महिला किसान ने आरोप लगाया कि 4 जुलाई की रात को हसन जिले में उसके खेत से 2.5 लाख रुपये के टमाटर चोरी हो गए। यह तब हुआ है जब देश भर में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं। किसान धरानी ने कहा कि टमाटर उगाने के लिए कर्ज लेने के कारण उन्हें भारी नुकसान हुआ है।

उन्होंने कहा, “हमें सेम की फसल में भारी नुकसान हुआ और टमाटर उगाने के लिए कर्ज लिया था। हमारी फसल अच्छी थी और कीमतें भी ऊंची थीं। चोरों ने 50-60 बैग टमाटर लेने के अलावा बाकी खड़ी फसल भी नष्ट कर दी।”

टमाटर की फसल बेचने की तैयारी में जुटे थे, लेकिन हो गए चोरी

महिला किसान धरानी ने बताया कि उन्होंने दो एकड़ जमीन पर टमाटर उगाए थे और कहा कि वे फसल को काटने और इसे बाजार में ले जाने की योजना बना रहे थे। उधर, एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि हलेबीडु पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि घटना बेलूर तालुक के अंतर्गत गोनी सोमनहल्ली गांव की है।

पुलिस के मुताबिक, महिला किसान ने कहा है कि उनके खेत से कथित तौर पर 50-60 बैग टमाटर की चोरी हुई है जिसकी कीमत 120 रुपये के हिसाब से ढाई लाख रुपये है। हलेबीडु पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने सुपारी और अन्य व्यावसायिक फसलों की चोरी के बारे में सुना था लेकिन कभी नहीं सुना कि किसी ने टमाटर चुराए हों। यह पहली बार है कि हमारे पुलिस स्टेशन में ऐसा कोई मामला दर्ज किया गया है।

बेंगलुरु में 120 रुपये किलो तक बिक रहा टमाटर

बता दें कि देश समेत कर्नाटक में टमाटर की कीमतों में अचानक उछाल आया है। बेंगलुरु में टमाटर की कीमतें 101 से 121 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच है। कीमतों में वृद्धि का कारण मार्च और अप्रैल में अचानक तापमान में वृद्धि को माना गया है, जिसके परिणामस्वरूप टमाटर की फसलों पर कीटों का हमला हुआ, जिससे पैदावार में कमी आई और बाजार में कीमतें ऊंची हो गईं।