लोकसभा चुनाव 2024 में केरल से चुनाव लड़ रहे भाजपा के एकमात्र मुस्लिम प्रत्याशी अब्दुल सलाम को अपने ही समाज के लोग भला-बुरा कह रहे जानिए वजह
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल यानी कल होगी। इस बीच सभी पार्टियों के दिग्गज नेता दूसरे चरण के प्रचार में व्यस्त हो गए
पब्लिक न्यूज़ डेस्क- लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल यानी कल होगी। इस बीच सभी पार्टियों के दिग्गज नेता दूसरे चरण के प्रचार में व्यस्त हो गए हैं। पीएम ने इस बार के चुनाव में 400 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस बीच केरल की मलप्पुरम सीट से भाजपा के एकमात्र मुस्लिम प्रत्याशी डाॅ. अब्दुल सलाम के लिए यहां से चुनाव लड़ना बुरा सपना साबित हो रहा है। लोग उन्हें ‘हराम’ की गाली दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि ईद के अवसर पर वह मलप्पुरम शहर की मदीन मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए पहुंचे। इस दौरान मैं मस्जिद के बाहर लोगों को शुभकामनाएं दे रहा था तभी एक 60 साल के वृद्ध ने मेरा अपमान किया। मुझे गद्दार कहा। इस दौरान मेरे आसपास मौजूद सभी लोग चुप थे। वे मेरे साथ ऐसा व्यवहार इसलिए कर रहे हैं कि क्योंकि मैं भाजपा से चुनाव लड़ रहा हूं। उन्होंने आगे कहा कि मुझे न केवल अपने समाज से बल्कि पार्टी की अव्यवस्थित मशाीनरी से भी जुझना पड़ रहा है।
अब्दुल सलाम ने आगे कहा कि वे नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर भाजपा में आए हैं। ऐसे में वे इन सभी चुनौतियों के बावजूद मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार से जुड़ा एक और किस्सा सुनाया। सलाम ने कहा कि मंगलवार को उन्होंने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत कोंडोटी के पास कोलाथुर से की। यहां उन्होंने निर्मला भवन की सिस्टर एंसी से मुलाकात की। बातचीत के बाद वे मुथेदाथू गांव में बैठक के लिए निकल गए। मुथेदाथु गांव में जब वह एक संघ कार्यकर्ता के घर पहुंचे तो वहां केवल 25 लोग मौजूद थे। उन्होंने भाजपा और आरएसएस के गढ़ों में रैली करने पर भी नाराजगी जाहिर की। महिला मोर्चा के नेताओं ने उनसे शाम में सम्मेलन में शामिल होने के लिए कहा लेकिन उन्हें झिझक हो रही थी। इसके बाद वे शाम को सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे। वापसी के दौरान कोट्टाकुन्नु पार्क में महिलाओं के एक समूह को अपना कार्ड सौंपा उन्होंने कार्ड लिया लेकिन आसपास मौजूद अन्य महिलाओं ने कार्ड लेने से भी इंकार कर दिया।
केरल में भाजपा पहले की तुलना में काफी मजबूत हुई है। केरल में लोकसभा की 20 सीटें हैं। 2019 में भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी ने यहां लगातार दौरे किए और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की।