केरल में आवारा कुत्तों के हमले का एक और मामला, 11 साल के दिव्यांग बच्चे पर किया हमला

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केरल में आवारा कुत्तों के हमले का एक और मामला, 11 साल के दिव्यांग बच्चे पर किया हमला

केरल में आवारा कुत्तों के हमले का एक और मामला, 11 साल के दिव्यांग बच्चे पर किया हमला 

केरल के कन्नूर में आवारा कुत्तों ने हमला कर एक 11 साल के दिव्यांग लड़के को बुरी तरह घायल कर दिया।


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। केरल के कन्नूर में आवारा कुत्तों ने हमला कर एक 11 साल के दिव्यांग लड़के को बुरी तरह घायल कर दिया। घायल बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। निहाल नाम का दिव्यांग मुजप्पिलंगड का रहने वाला था।

जानकारी के मुताबिक, निहाल को उसके घर से लगभग 300 मीटर की दूरी पर गंभीर रूप से घायल पाया गया था। पुलिस ने कहा कि उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसने दम तोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक, निहाल शाम पांच बजे से लापता था। उसके रिश्तेदार, दोस्त खोज में लगे थे। उसे रात करीब 8.30 बजे उसके घर के पास गंभीर रूप से घायल हालत में पाया गया था।

2022 में रेबीज के कारण केरल में हुई थी 21 लोगों की मौत

पिछले साल केरल में कुत्तों के हमले के मामलों में वृद्धि देखी गई थी। रेबीज के कारण 2022 में केरल में 21 लोगों की मौत हुई थी। कुत्ते के काटने और जानवर को मारने की घटनाएं देश में बढ़ गई हैं। पिछले साल सितंबर में सोशल मीडिया पर कई आवारा कुत्तों की निर्मम हत्या दिखाने वाले भयानक दृश्य वायरल हुए थे। केरल के कोट्टायम जिले में एक आवारा कुत्ते को पीट-पीटकर मार डाला गया था, जबकि दक्षिणी राज्य के कुछ इलाकों में एक दर्जन से अधिक आवारा कुत्ते भी कथित रूप से जहर खाने के कारण मृत पाए गए।

केरल सरकार ने तब आवारा और पालतू कुत्तों के टीकाकरण और अधिक पशु जन्म नियंत्रण केंद्र खोलने के लिए 20 सितंबर से 20 अक्टूबर तक राज्यव्यापी सामूहिक टीकाकरण अभियान सहित कई उपायों की घोषणा की थी। राज्य के पशुपालन मंत्री जे चिंचू रानी ने कहा, “हमारी योजना 2025 तक राज्य में कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने की है।”

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने लोगों से राज्य में आवारा कुत्तों के खतरे से निपटने के लिए हिंसक उपायों का सहारा नहीं लेने का आग्रह किया और कहा कि सड़कों पर कुत्ते को मारने, जहर देने और बांधने से समस्या का समाधान नहीं होगा। सीएम विजयन ने कहा, “इस तरह के कृत्यों में शामिल होना अस्वीकार्य है।”