पतंग के मांझे से कट गई एक जिंदगी, घायल युवक की इलाज के दौरान मौत

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पतंग के मांझे से कट गई एक जिंदगी, घायल युवक की इलाज के दौरान मौत

पतंग के मांझे से कट गई एक जिंदगी, घायल युवक की इलाज के दौरान मौत

बडोदरा के खेड़ा जिले के नदियाद में गुरुवार को पतंग की डोर से लटकने


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। बडोदरा के खेड़ा जिले के नदियाद में गुरुवार को पतंग की डोर से लटकने से 37 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना सरदार नगर इलाके के पास हुई। आणंद का रहने वाला पीड़ित विपुल ठक्कर अपने दोस्त से मिलने के लिए नदियाड जा रहा था। हादसे की जांच कर रही खेड़ा पुलिस के मुताबिक, स्थानीय निवासी ठक्कर को नजदीकी अस्पताल ले गए, लेकिन ज्यादा खून बह जाने के कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि ठक्कर अपने परिवार में कमाने वाला एकमात्र व्यक्ति था, वह जो दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता है। उसके परिवार में उस पर आश्रित माता-पिता और एक भाई शामिल है।

इससे पहले दाहोद जिले में इसी तरह की एक घटना में एक मोटरसाइकिल सवार बुरी तरह घायल हो गया। कांच की परत चढ़ी पतंग के तार से उलझने के बाद उसके चेहरे पर 14 टांके आए हैं। खेड़ा पुलिस ने जहरीली कांच की परत वाली पतंग की डोरियों की बिक्री और उपयोग पर जिलेभर में कार्रवाई कर अब तक प्रतिबंधित पतंग की डोरियों के करीब 500 रोल जब्त किए हैं।

मकर संक्रांति, मुंबई में नायलॉन के मांझे पर प्रतिबंध

उधर, संक्रांति से पहले मुंबई पुलिस ने पतंग उड़ाने के लिए नायलॉन के मांझे के इस्तेमाल, बिक्री और भंडारण पर प्रतिबंध लगा दिया है क्योंकि इससे लोगों और पक्षियों दोनों को खतरा है। मकर संक्रांति के त्योहार पर बड़ी संख्या में लोग पतंग उड़ाते हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि यह आदेश 12 जनवरी से 10 फरवरी तक प्रभावी रहेगा और उल्लंघन करने वालों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (सरकारी कर्मचारी के कानूनी आदेश की अवहेलना) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।

आदेश के अनुसार, नॉन-बायोडिग्रेडेबल सिंथेटिक मांझे की चपेट में आने से कई बार लोगों व पक्षियों को चोट आ जाती है, कभी-कभी यह जानलेवा भी साबित होते हैं। इससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है। आदेश में कहा गया, ऐसे पक्षियों की रक्षा करना वांछनीय है जो विलुप्त हो रहे हैं और जिन्हें दुर्लभ व लुप्तप्राय प्रजातियों के रूप में वर्गीकृत किया गया है।