राजनीति में भ्रष्‍टाचार लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा:- पीएम मोदी

  1. Home
  2. देश

राजनीति में भ्रष्‍टाचार लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा:- पीएम मोदी

राजनीति में भ्रष्‍टाचार लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा:- पीएम मोदी


देश। संविधान सभा के मौके पर आज संसद भवन में विशेष कार्यक्रम ओयाजित किया जा रहा है। इसमें राष्‍ट्रपति समेत सभी गणमान्‍य लोग उपस्थित होंगे। इसमें हिस्‍सा लेने के लिए राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविन्‍द संसद भवन पहुंच चुके हैं। उन्‍हें पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्‍य लोगों ने रिसीव किया है। कांग्रेस, आरजेडी, लेफ्ट, टीएमसी, आरजेडी, शिव सेना, एनसीपी, सपा, आईयूएमएल, और डीएमके सेमत करीब 14 राजनीतिक र्टियों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की घोषणा की है। इस बात की संभावना है कि कांग्रेस के साथ दूसरे विपक्षी दल भी इसमें शामिल नहीं होंगे। 

वैंकेया नायडू ने इस दिन को बेहद खास बताया। इस दिन एक विचार को संविधान के रूप में साकार किया गया था। अपने संबोधन में उन्‍होंने डाक्‍टर राजेंद्र प्रसाद का भी जिक्र किया।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने लोकसभा स्‍पीकर को धन्‍यवाद दिया कि उन्‍होंने इस मौके पर इस दिवस का आयोजन किया। उन्‍होंने कहा कि ये किसी पीएम के संबोधन का दिवस नहीं है। 

आजादी और देश के लोगों को उनका अधिकार मिले इसके लिए लड़ना जरूरी था। महात्‍मा गांधी ने इस दौरान छेड़ी अपनी लड़ाई में भारत के नागरिकों के मन में उस बीज को बोया जिसमें खादी पहनने की जरूरत, सफाई का महत्‍व बताया गया था। आजादी के बाद इसको बढ़ाना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्‍य से ऐसा नहीं हुआ। 

पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्‍टाचार में सजा पाने के बावजूद केवल अपने राजनीतिक लाभ के लिए केवल अपने हितों को साधने के लिए उनसे नाता जोड़ा जाता है तो इसका गलत संदेश जाता है। इससे चिंता स्‍वा‍भाविक है। 

पीएम मोदी ने इस दौरान पारि‍वारिक पार्टियों पर जमकर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि ऐसी पार्टियां संविधान को भूल चुकी हैं। उन्‍होंंने कहा कि पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाली पार्टियां चिंता का विषय हैं। पीएम मोदी ने कहा कि वो इस बात के खिलाफ नहीं है कि एक ही परिवार से कोई दूसरा व्‍यक्ति राजनीतिक पार्टी में न आए। वो इससे दुखी हैं कि कुछ पार्टियां पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही परिवार से चलती हैं। 

विभिन्‍न दिक्‍कतों के साथ देश को एक सूत्र में पिरोना बेहद मुश्किल था। आज शायद यदि इसको लिखा जाता तो एक पेज भी मुश्किल होता। देश के संविधान निर्माण करने वालों ने राष्‍ट्रहित में अपना सहयोग दिया।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 26/11 का उल्‍लेख किया और कहा कि देश के दुश्‍मनों ने देश के अंदर घुसकर मुंबई में आतंकी घटना को अंजाम दिया। उन्‍होंने इस दौरान उन लोगों को नमन किया जिन्‍होंने इन आतंकियों को रोकने में अपनी जान गंवा दी। 

ओम बिड़ला ने अपने संबोधन में कहा कि इस संविधान के साथ भारत ने अपनी विकास यात्रा शुरू की थी। ये हमारे दायित्‍वों का बोध कराता है। इसको अक्षुण बनाए रखना हमारी जिम्‍मेदारी है। उन्‍होंने कहा कि हमारे देश का संविधान आधुनिक गीता की तरह है।  

ओम बिड़ला ने अपने संबोधन में कहा कि इस संविधान के साथ भारत ने अपनी विकास यात्रा शुरू की थी। ये हमारे दायित्‍वों का बोध कराता है। इसको अक्षुण बनाए रखना हमारी जिम्‍मेदारी है। उन्‍होंने कहा कि हमारे देश का संविधान आधुनिक गीता की तरह है।  

संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद भवन में किया राष्‍ट्रपति का स्‍वागत। इस मौके पर जोशी ने संविधान को एक पवित्र ग्रंथ बताया और कहा कि हम इसकी महत्‍ता को समझते हैं। उन्‍होंने बताया कि संसदीय कार्य मंत्रालय ने इस मौके पर दो पोर्टल तैयार किए हैं। 

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें पब्लिक न्यूज़ टी वी के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @PublicNewsTV और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @PublicNewsTV पर क्लिक करें।