तुम्हारी जितनी तकलीफें, भगवान उन्हें मुझे दे दें... बहनों के सामने घुटने पर बैठे CM शिवराज

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तुम्हारी जितनी तकलीफें, भगवान उन्हें मुझे दे दें... बहनों के सामने घुटने पर बैठे CM शिवराज

 बहनों के सामने घुटने पर बैठे CM शिवराज

एमपी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं को बड़ी सौगात दी है।


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। एमपी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं को बड़ी सौगात दी है। अपने जन्मदिन पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना की शुरुआत की है। जून से एमपी की महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए मिलेंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने योजना लॉन्च करने के बाद कहा कि मेरी बहनों, मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना को लागू करने में आपको कोई दिक्कत या समस्या न आए। इसके साथ ही सीएम ने बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि तुम्हारी जितनी तकलीफें हैं, भगवान उन्हें मुझे दे दें। मंच से संबोधन के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान घुटनों के बल बैठ गए।

वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया है कि हमने प्रदेश में लाडली बहना योजना क्यों शुरू की है। उन्होंने कहा कि हमारे देश की धरती पर मां, बहन और बेटी का हमेशा सम्मान रहा है। हम बेटियों और बहनों को दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती मानते हैं। अगर विष्णु जी का नाम लेना है तो लक्ष्मीनारायण कहते हैं, कृष्ण जी का नाम लेना हो तो राधाकृष्ण कहते हैं और श्रीराम का नाम लेना हो तो कहते हैं सीताराम। उन्होंने कहा कि कालांतर में बेटियां भेदभाव का शिकार हो गईं।

बेटा पैदा होने पर बजते ढोल

सीएम ने कहा कि मैंने अपने परिवार और अपने गांव में देखा है। बेटा पैदा हुआ तो ढोल बजते थे, गीत गाया करते थे, लड्डू बांटे जाते थे। अगर बेटी आ जाए तो मुंह उतर जाता था। पढ़ेगा कौन, भैया पढ़ेगा और बेटी क्या करेगी? यह देखकर मेरे मन में पीड़ा होती थी। मैं जब छोटा था, तब मेरी आवाज कोई नहीं सुनता था। मैं भाषण देता था कि बेटी है तो कल है, बेटी को आने दो।

तू उठाएगा खर्च?

शिवराज सिंह चौहान ने मंच से एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बूढ़ी मां ने कहा था कि अगर बेटी आ गई, तो उसकी पढ़ाई और शादी का खर्च तू उठाएगा? तब मैंने सोचा कि केवल भाषण से काम नहीं चलेगा, इसलिए जब विधायक-सांसद बना, तो अपने भत्ते से बेटियों की शादी करवाने लगा। जैसे ही आपके आशीर्वाद से मैं मुख्यमंत्री बना, तो मैंने सबसे पहले कन्या विवाह योजना बनाई। मैंने तय कर दिया कि गरीब बेटियों की शादी बीजेपी सरकार करवाएगी।

कमलनाथ ने बंद कर दी थी योजनाएं

उन्होने कहा कि ये अलग बात है कि जब कमलनाथ की सरकार आई तो ये योजना बंद कर दी। शादी करवाने के बाद भी पैसा नहीं दिया। मुझे लगा कि केवल कन्या विवाह से काम नहीं चलेगा। बेटी को बोझ नहीं, वरदान बनाना है। इसके लिए तय किया कि बेटी लखपति पैदा होगी। इसलिए लाडली लक्ष्मी योजना बनी। इसमें तय किया कि बेटी के पैदा होने पर उसके खाते में 30,000 रुपये डालेंगे, 21 साल की होने पर 1 लाख 18 हजार रुपये मिल जाएंगे। आज 44 लाख से ज्यादा लाडली लक्ष्मी मध्यप्रदेश में हैं।

गर्भवती मजदूर बहन को देते हैं 16000 रुपए

इसके साथ ही मंच से सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अन्य कई योजनाओं का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि हमने तय किया था कि स्कूल जाने के लिए किताबें, यूनिफॉर्म और साइकल की व्यवस्था भी बेटियों के लिए की जाएगी। हमने गरीब गर्भवती मजदूर बहन को 16,000 रुपये देने की योजना बनाई। हमने लगातार योजनाएं बनाई लेकिन कमलनाथ ने सभी योजनाओं को बंद कर दिया। मेरे मन को शांति नहीं मिली। गरीब बहन हजार-हजार रुपए के लिए परेशान हो जाती है। मैंने देखा कि मायके जाने के लिए भी कई बार पतिदेव पैसे नहीं देते थे। मैं यही सोचता था कि वो दिन कब आएगा, जब मेरी बहनों को हजार रुपये के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

मैं साल भर बहनों को कुछ दूंगा

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैंने सोचा कि सगा भैया साल में एक बार रक्षाबंधन पर आता है और बहनों को उपहार देता है। मेरे मन में आया कि तू भी तो कुछ दे। मैंने ये भी सोचा कि साल में एक बार नहीं, सालभर कुछ दूंगा। इसी विचार से मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना बनी। बीजेपी की सरकार ने तय किया कि जितनी भी गरीब और निम्न मध्यमवर्गीय बहनें हैं, जिनके परिवार की आमदनी ढाई लाख रुपये प्रतिवर्ष से कम है। जिनके पास पांच एकड़ से कम जमीन है और कोई शर्त नहीं है। ऐसी सभी बहनों को हर महीने 1,000 रुपए भेजूंगा। उन्होंने कहा कि साल में उन्हें 12 हजार रुपए मिलेंगे। अगर दो बहुएं हैं तो 24000 और सास हुई उनकी पेंशन एक हजार रुपए कर दूंगा। इसके साथ ही अगर पति किसान हैं तो उनको किसान सम्मान निधि के 10,000 रुपये मिलेंगे। इससे साल में एक परिवार को 56,000 रुपये की मदद मिल जाएगी।

बहनों की जिंदगी में आएगा बदलाव

सीएम ने कहा कि ये बहनों की जिंदगी बदलने का महाअभियान है। मेरी बहनों, आपको कोई भी प्रमाणपत्र बनवाने की जरूरत नहीं है, केवल लिख देना, तुम्हारा भैया मान लेगा। शहर में तुम्हारे वॉर्ड में शिविर लगेगा। गांव में भी शिविर लगाऊंगा। किसी दलाल के चक्कर में मत आना। कोई दलाली करे तो 181 पर फोन कर देना, हथकड़ी लगवाकर जेल भिजवा दूंगा। 25 मार्च से आवेदन भरवाना शुरू होंगे। 23 से लेकर 60 साल तक की बहनों के फॉर्म भरे जाएंगे। 10 जून को 1,000 रुपए की पहली किश्त बहनों के खाते में आ जाएगी। इसके साथ ही मैंने सारी शराब दुकानों के अहाते बंद करने का निर्णय लिया है। मेरी बहनें इज्जत और मान-सम्मान से रहेंगी तो मेरा मुख्यमंत्री बनना सफल हो जाएगा। बहनें मेरे लिए दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती हैं। तुम्हारी जितनी तकलीफें हैं, भगवान उन्हें मुझे दे दें और तुम्हारी आंखों में कभी आंसू न आए, मेरी ऐसी प्रार्थना भगवान से है।