इसलिए करवाया जाता है रामचरितमानस का अखंड पाठ, मिलते हैं ये फायदे

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इसलिए करवाया जाता है रामचरितमानस का अखंड पाठ, मिलते हैं ये फायदे

इसलिए करवाया जाता है रामचरितमानस का अखंड पाठ, मिलते हैं ये फायदे

ज्योतिष संबंधी बहुत सी समस्याओं में रामचरितमानस का अखंड पाठ


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। ज्योतिष संबंधी बहुत सी समस्याओं में रामचरितमानस का अखंड पाठ करवाने की सलाह दी जाती है। कई बार इसे अखंड रामायण पाठ भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा करना न केवल आपके बुरे वक्त और प्रारब्ध को काटता है वरन आपको दैवीय सहायता भी उपलब्ध करवाता है।

ऐसे किया जाता है अखंड रामायण पाठ

पंडित कमलेश शास्त्री के अनुसार रामचरितमानस का अखंड पाठ कई समस्याओं के निदान के लिए किया जाता है। प्राय: अखंड पाठ के साथ यज्ञ अथवा हवन भी किया जाता है। हवन की अग्नि के माध्यम से देवताओं को आहुतियां देकर प्रसन्न किया जाता है। कुछ लोग जो हवन में किसी कारणवश सक्षम नहीं हैं, वे बिना हवन के भी इस पाठ को करवा सकते हैं। यह पाठ लगभग 24 घंटों तक अनवरत रूप से चलता है। इसमें लगातार रामचरितमानस का सस्वर पाठ किया जाता है। यही कारण है कि इसे अखंड पाठ कहा जाता है।

इसलिए करवाया जाता है रामचरितमानस का अखंड पाठ 

आमतौर पर किसी विशेष इच्छा की पूर्ति होने पर रामचरित मानस का अखंड पाठ किया जाता है। इसके लिए विशेष कामनाओं के पूर्ण होने की कामना से भी पाठ किया जाता है।
कई बार घर में नेगेटिविटी, वास्तु दोष या अन्य दोष आ जाते हैं। अखंड पाठ तथा हवन से उनका भी शमन हो जाता है।
घर में भूत, प्रेत, पिशाच आदि नकारात्मक शक्तियों के होने पर भी अखंड पाठ किया जाता है। इससे घर में दैवीय शक्तियों का वास होता है।
बहुत बार जन्मकुंडली में ग्रह दोष होने पर भी ज्योतिषी अखंड रामायण पाठ की सलाह देते हैं। इससे समस्त ग्रह दोष दूर होते हैं।