भगवान शिव को प्रिय है आक का पौधा, इन उपायों से दूर होंगे सारे कष्ट

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भगवान शिव को प्रिय है आक का पौधा, इन उपायों से दूर होंगे सारे कष्ट

भगवान शिव को प्रिय है आक का पौधा, इन उपायों से दूर होंगे सारे कष्ट

प्राचीन भारतीय शास्त्रों में आंकडे अथवा आक के पौधे को तुलसी के समान ही शुभ माना गया है।


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। प्राचीन भारतीय शास्त्रों में आंकडे अथवा आक के पौधे को तुलसी के समान ही शुभ माना गया है। इसे घरों में उगा कर पूजा भी की जाती है। कहा जाता है कि जिस भी घर में यह पौधा होता है, वहां पर साक्षात गणेशजी का वास हो जाता है। ज्योतिष में भी आक के पौधे के कई उपाय बताए गए हैं। जानिए इन उपायों के बारे में

आक के पौधे के ये उपाय दूर करेंगे सारे कष्ट 

सफेद आक के पौधे में गजानन गणपति का वास माना जाता है। यदि कोई पौधा 2-3 वर्षों से अधिक आयु का है तो उसकी जड़ में गणेशजी की आकृति बन जाती है। यदि आपके घर के आसपास भी कोई ऐसा आक का पौधा हो तो किसी शुभ मुहूर्त में उस पौधे की जड़ को खोदकर घर ले आएं। अब इसे घर के पूजास्थल में रखदें। यहां गणेशजी के समान मानकर उसकी पूजा करने से घर में लक्ष्मी और गणपति दोनों का स्थाई वास हो जाएगा।

कई बार घर में आकस्मिक संकट आ जाता है जिसे हम आसानी से नहीं सुलझा पाते। उस स्थिति में सोमवार से आरंभ करके प्रतिदिन आक के पुष्प शिवजी को चढ़ाने चाहिए। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में परिस्थितियां अनुकूल बनने लगती हैं। धीरे-धीरे आपकी समस्या भी पूरी तरह खत्म हो जाती है।

यदि घर में परिवार के सदस्यों में बहुत ज्यादा कलह रहता है तो रवि पुष्य नक्षत्र में आक के पौधे की जड़ ले आएं। उसी मुहूर्त में इस जड़ को लाल कपड़े में लपेट कर पूजा स्थान पर रख दें। इससे तुरंत घर में शांति हो जाएगी और साथ ही साथ सुख समृद्धि भी आएगी।