झारखंड में इंसानी बर्ड फ्लू के वायरस से संक्रमित हुई 9 माह की मासूम

  1. Home
  2. झारखण्ड

झारखंड में इंसानी बर्ड फ्लू के वायरस से संक्रमित हुई 9 माह की मासूम

झारखंड में इंसानी बर्ड फ्लू के वायरस से संक्रमित हुई 9 माह की मासूम

झारखंड में एवियन इनफ्लुएंजा (इंसानी बर्ड फ्लू) की दस्तक से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। झारखंड में एवियन इनफ्लुएंजा (इंसानी बर्ड फ्लू) की दस्तक से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। राज्य में यह पहला मौका है, जब इंसानों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में झारखंड के रामगढ़ जिला के संदवाडीह की रहने वाली 9 माह की दूधमुहे बच्चे में एवियन फ्लू की पुष्टि हुई। संकमित बच्ची को तेज बुखार , सर्दी और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स लाया गया था। वायरस की पुष्टि होने के उपरांत पीड़ित बच्चे को नियोनेटोलॉजी विभाग में भर्ती बच्चे को आइसोलेट कर दिया है।

रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि बच्ची की स्थिति को देखकर उसका सैंपल कलेक्ट किया गया था। सैंपल टेस्टिंग के दौरान 9 माह के बच्चे में एवियन फ्लू (H3N2) वायरस की पुष्टि हुई है। यह वायरस इनफ्लुएंजा ए का सब टाइप है।

इसके साथ ही पीड़ित बच्ची के इलाज में कार्यरत डॉक्टर स्वास्थ्य कर्मियों के साथ उसे साथ उनके परिजनों को विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है। बता दे कि पीड़ित बच्ची का इलाज शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राजीव की देखरेख में चल रहा है।

रिम्स में सर्दी, बुखार और सांस की तकलीफ के साथ बच्ची भर्ती

रिम्स अस्पताल के माइक्रोलॉजिक विभाग के एचओडी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि मंगलवार को रामगढ़ के रहने वाले एक दंपति ने अपने 9 माह की बच्ची को रिम्स के नियोनेटोलॉजी भाग में सर्दी ,बुखार और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद भर्ती कराया था।

ऑक्सीजन सैचुरेशन कम होने के बाद डॉक्टरों ने तत्काल कोरोना और बर्ड फ्लू की जांच हेतु बच्चों के सैंपल को रिम्स के माइक्रोलॉजिक विभाग में भेजा, जहां बच्ची में एच 3 एन 2 ( एवियन इन्फ्लूएंजा) की पुष्टि हुई।

बता दे की सामान्य तौर पर एवियन इनफ्लुएंजा को बर्ड फ्लू भी कहते हैं या वायरस वैसे तो पक्षियों को अपना शिकार बनाता है, लेकिन संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से इंसानों को भी संक्रमित कर देता है ।

बच्ची के वायरस संक्रमण की पुष्टि के बाद किया गया आइसोलेट

एवियन इनफ्लुएंजा से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से दूसरे लोग भी इस वायरस की चपेट में आ जाते है। संक्रमित बच्ची के संपर्क में आए स्वास्थ्य कर्मियों डॉक्टरों के साथ-साथ उनके परिजनों का भी सैंपल टेस्टिंग के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेजा गया है।

बता दें कि संक्रमित बच्चे के सैंपल को रिम्स अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अलावा सैंपल को जांच के लिए एनआईबी पुणे लैब में भी सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। दोनों ही स्थान से बच्चे में एवियन फ्लू की पुष्टि हुई है। बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे आइसोलेट करते हुए ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।

राज्य में इंसानी बर्ड फ्लू की दस्तक से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग और रिम्स अस्पताल के डॉक्टरों के द्वारा आम लोगों से अपील करते हुए कहा गया है कि अगर आपको सर्दी, खांसी, बुखार और लाल आंख ( कंजेक्टिवाइटिस) की समस्या है, तो तुरंत घरेलू उपचार करने के बजाय अस्पताल में जाकर डॉक्टरों से जांच करवाए।