जितेंद्र कुमार की वेब सीरीज 'कोटा फैक्ट्री' का तीसरा सीजन रिलीज होने के लिए तैयार, पूरी स्टारकास्ट ने शो की शूटिंग से जुड़ा दिलचस्प किस्सा देखिए

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जितेंद्र कुमार की वेब सीरीज 'कोटा फैक्ट्री' का तीसरा सीजन रिलीज होने के लिए तैयार, पूरी स्टारकास्ट ने शो की शूटिंग से जुड़ा दिलचस्प किस्सा देखिए

जितेंद्र कुमार की वेब सीरीज 'कोटा फैक्ट्री' का तीसरा सीजन रिलीज होने के लिए तैयार, पूरी स्टारकास्ट ने शो की शूटिंग से जुड़ा दिलचस्प किस्सा देखिए 

कोटा फैक्ट्री‘ का तीसरा सीजन आने के साथ ही कोटा शहर से जुड़ी यादें भी आंखों के सामने आने लगी हैं ऊंची-ऊंची बिल्डिंग


पब्लिक न्यूज़ डेस्क- कोटा फैक्ट्री‘ का तीसरा सीजन आने के साथ ही कोटा शहर से जुड़ी यादें भी आंखों के सामने आने लगी हैं। ऊंची-ऊंची बिल्डिंग, हॉस्टल, कंधों पर बैग टांगे बच्चे और बड़े-बड़े कोचिंग इंस्टीट्यूट कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को मिलता है राजस्थान के शहर कोटा में पहुंचने पर। जहां पढ़ाई के अलावा बच्चों को कुछ देखने को न मिले वहीं अगर उन्हें पता चलता है कि शूटिंग चल रही है तो उनका कैसा रिएक्शन होगा? ये सोचना वाकई दिलचस्प होगा। हाल ही में वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ की स्टारकास्ट नेटफ्लिक्स के पॉडकास्ट में पहुंची, जहां उन्होंने वेब सीरीज की शूटिंग के दौरान कुछ दिलचस्प किस्से शेयर किए। उन्होंने बताया कि जब पहली बार वो कोटा शहर पहुंचे तो कैसा माहौल था? वहीं शूटिंग के दौरान उन्हें कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ा? कोटा फैक्ट्री’ में वैभव का किरदार निभाने वाले मयूर मोरे ने अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए बताया, ‘जब पहली बार मैं कोटा शहर पहुंचा तो टेंशन में आ गया था।’ उन्होंने कहा कि, ‘पहले सीजन की शूटिंग के दौरान मैंने देखा कि इस शहर में हॉस्टल और कोचिंग जाते हुए बच्चों के अलावा कुछ देखने वाला था ही नहीं। मैं परेशान हो गया था कि यहां के बच्चे कैसे रहते होंगे?’ उनके अलावा सीरीज में उदय का किरदार निभाने वाले आलम खान ने कहा, ‘हम जब सुबह शूटिंग पर जाते थे तो बच्चे कोचिंग जाते दिखते थे। जब पैकअप कर वापस आते थे तब भी बच्चे बैग लेकर कोचिंग जाते ही दिखते थे।

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सीरीज में बालमुकुंद मीना का किरदार निभाने वाले रंजन ने शूटिंग के दौरान का किस्सा शेयर करते हुए बताया, ‘मुझे याद है कि जब हम कोटा में शूटिंग करते थे और बच्चों को पता चलता था कि शूटिंग चल रही है तो उनकी भीड़ आ जाती थी। इस वजह से मेकर्स को फेक कैमरे लगाने पड़ते थे।’ उन्होंने आगे बताया, ‘एक बार हमारी टीम ने एक स्पॉट पर फेक कैमरे सेटअप किए। पता चलते ही पूरी ऑडियंस वहां पहुंच गई जबकि हमारी टीम दूसरे स्पॉट पर शूटिंग कर रही थी।’ वहीं आलम खान ने कहा, ‘हमें शूटिंग के दौरान ऑडियंस को भ्रमित करना पड़ता था। तब जाकर हम परफेक्ट शॉट्स दे पाते थे।गौरतलब है कि कोटा शहर का कुछ माहौल ही ऐसा है, जहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर फोकस रखने के लिए इंस्पायर किया जाता है। इस शहर में रहना मतलब बाहरी दुनिया से कट जाने जैसा है। यहां बच्चों को किस तरह पढ़ाई का प्रेशर झेलना पड़ता है। उनकी जिंदगी में कितनी चुनौतियां आती हैं? इन सारी चीजों को ‘कोटा फैक्ट्री’ में बखूबी दिखाया गया है। जितेंद्र कुमार स्टारर ये वेब सीरीज 20 जून को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने के लिए तैयार है।