'मिर्जापुर 3' रिलीज हो चुकी है इस बार ये सीरीज दर्शकों की उम्मीदों को पूरा कर पाई या फिर फैंस निराश हो गए, 6 एपिसोड तक सस्पेंस बरकरार देखिये

  1. Home
  2. मनोरंजन

'मिर्जापुर 3' रिलीज हो चुकी है इस बार ये सीरीज दर्शकों की उम्मीदों को पूरा कर पाई या फिर फैंस निराश हो गए, 6 एपिसोड तक सस्पेंस बरकरार देखिये

 'मिर्जापुर 3' रिलीज हो चुकी है इस बार ये सीरीज दर्शकों की उम्मीदों को पूरा कर पाई या फिर फैंस निराश हो गए,  6 एपिसोड तक सस्पेंस बरकरार देखिये

हर सीजन मिर्जापुर में कई बदलाव होते हैं कभी कालीन भैया की गद्दी छिनती है, मुन्ना भैया की मौत होती है तो कभी बीना भाभी के


पब्लिक न्यूज़ डेस्क- हर सीजन मिर्जापुर में कई बदलाव होते हैं। कभी कालीन भैया की गद्दी छिनती है, मुन्ना भैया की मौत होती है तो कभी बीना भाभी के सपने टूटते हैं। वायलेंस, गाली-गलौज और बेवफाई से लेकर बदले की इस कहानी ने ओटीटी के मायने बदल दिए। वहीं, ‘मिर्जापुर 3’ को आने में साढ़े तीन साल लगे लेकिन अभी तक ‘मिर्जापुर’ का भौकाल कायम है। सीजन 2 के अंत में मुन्ना भैया की मौत और कालीन भैया को लगी गोलियों पर जो सस्पेंस बनाया था वो इस बार भी 6 एपिसोड तक बरकरार रहने वाला है। सिवान इस बार बदले की आग में जलने वाला है। उसने अपने बड़े भाई को मारकर उसकी पहचान तो ले ली लेकिन वो गोलू से बदला नहीं ले पा रहा है। वो रिश्तों और प्यार में उलझकर रह गया है। दूसरी तरफ शरद सभी बाहुबलियों को अपने साथ लाकर कालीन भैया को गद्दी दिलवाने का दावा कर रहा है। उधर उनका मन मुन्ना भैया की विधवा पत्नी की तरफ भटक रहा है। माधुरी बस पति की मौत का बदला लेना चाहती है। गोलू इस बार गुड्डू को लेकर अपनी फीलिंग्स के बारे में कन्फ्यूज्ड है। गुड्डू ने कई दुश्मन बना लिए हैं, जिसकी वजह से उनके पापा जेल तक चले गए।

o

इस बार कुर्सी की दावेदारी में कई सारे लोग हैं लेकिन कालीन भैया देरी से आते हैं। मिर्जापुर में अब तक जो हमने बताया है ये तो ट्रेलर से भी कम है। ‘मिर्जापुर’ में बाहुबलियों की बैठक आपको निराश कर सकती है। ये पार्ट काफी बोरिंग होने वाला है। शरद की सुस्ती, गुड्डू भैया की बेबसी आपको सीरीज में काफी खलने वाली है। गोलू का बहुत कूदना भी आपको इर्रिटेट करेगा। फिर भी इस बार का सीजन ज्यादा रियलिस्टिक लगने वाला है क्योंकि जब सारे खिलाड़ी सामने आ जाएंगे तो असली राजनीति, वायलेंस, एडल्ट सीन्स और सुलझते रिश्ते दिखाई देंगे। ये कहानी आपके पेशेंस का इम्तिहान लेगी और सेकंड हाफ में इस सब्र का फल मिलेगा।सिनेमैटोग्राफी, सेट डिजाइन और रीयल लोकेशन्स काफी बेहतरीन हैं। बाकी सारे किरदार तो बढ़िया हैं ही साथ ही 2 नए कैरेक्टर्स की एंट्री से बड़ा सरप्राइज मिलने वाला है। शायर रहीम और उनकी गालियों से भरी नज्में इस सीजन को वायरल कर देंगी। डिम्पी और रॉबिन की लव स्टोरी आपको सन्न कर देगी। 9 एपिसोड तक कालीन भैया के कैमियो से निराशा हो सकती है, लेकिन जब आखिर में वो अपना वर्चस्व दिखाएंगे तो बहुत मजा आएगा। गुड्डू भैया ने खूब वायलेंस किया है जो कि जबरदस्ती लग सकता है। लेकिन उन्हें इमोशनल वैरिएशन दिखाने का अच्छा चांस मिला है। गोलू ने भी शानदार काम किया है।माधुरी यादव को इस बार ढेर सारा स्क्रीन स्पेस मिला है। बीना भाभी से उम्मीदें तो बहुत थीं लेकिन इस बार उन्हें कुछ करने को मिला नहीं। छोटे त्यागी इस बार मिर्जापुर की मजबूत कड़ी बनकर उभरे हैं। शरद शुक्ला- पंकज त्रिपाठी और अली फजल जैसे एक्टर्स के सामने भी फीके नहीं पड़े। डिम्पी और रॉबिन शुरुआत में कमजोर लगे लेकिन क्लाइमेक्स में इन्होंने गहरा असर छोड़ा। शायर रहीम ने भी अपना जबरदस्त इप्रेशन छोड़ा है। मिर्जापुर 3 आपको निराश नहीं करेगी।